वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्ड में शामिल की गई जयपुर के धर्मेंद्र भल्ला की कोरोना रिंग, कीमत आंकी गई 4.85 करोड़

पूरी दुनिया में जेवरातों की कलाकारी के लिए गुलाबी नगरी अर्थात जयपुर को प्रसिद्धि प्राप्त हैं। ऐसे में जयपुर के धर्मेंद्र भल्ला को उनकी असाधारण नायाब कारीगिरी की वजह से विश्व में प्रसिद्धि प्राप्त हुई हैं। जयपुर के धर्मेंद्र भल्ला द्वारा 24 कैरेट कुंदन जड़ित रिंग बनाई गई हैं जिसकों कोरोना वायरस का डिज़ाइन दिया गया। इस रिंग की प्योरिटी 99.99 से भी ऊपर है इस रिंग को दुनिया की सबसे शुद्धतम रिंग एवं नायब कारीगिरी के कारण 6 लाख डॉलर/4.85 करोड़ मूल्य आंकी गई है। इस नायब रिंग के निर्माण के लिए भल्ला को लंदन, ब्रिटिश पार्लियमेंट में रिकॉर्ड सर्टिफिकेट प्रदान करने के लिए आमंत्रित किया गया है। ये दुनिया की सबसे शुद्धतम सोने से बनाया गया पहला आभूषण है जिसकों कोरोना वायरस का डिज़ाइन दिया गया। इस रिंग को दुनिया के सबसे शुद्धतम सोने से तैयार की गई है जो अपने आप में एक अद्भुत और अविश्वसनीय चीज़ है।

इस बारे में धर्मेंद्र भल्ला ने बताया कि कोरोना आपदा के चलते जहां पूरी दुनिया में नकारत्मकता थी, वहीं लॉकडाउन के खाली समय को एक अवसर में बदलने की कोशिश की । रात -दिन कोरोना की ख़बरों ने मुझे कोरोना की आकृति वाली इस रिंग को डिज़ाइन करने की प्रेरणा दी। जिस वायरस को पूरी दुनिया ने खौफ में रखा था मैंने उसी को अपनी रिंग में उकेरने की कोशिश की है। इसके लिए मुझे लगभग एक से डेढ़ महीने का समय लगा। इसे बनाने के लिए मैंने एक नया प्रयास किया जिसमें सोने की सबसे शुद्ध स्तर को इस्तेमाल किया जो आज तक दुनिया में कभी नहीं किया गया है।