चीनियों के मन में बैठा कोरोना का डर, युवा भी लिखवाने लगे हैं अपनी वसीयत

बीता हुआ पूरा साल कोरोना के खौफ में बीता हैं जो कि अभीतक जारी हैं। कोरोना वायरस का बढ़ता संक्रमण लोगों के मन में घर कर बैठा हैं। सबसे पहले चीन में इसके मामलों की बाढ़ देखने को मिली थी। चीनी लोगों में अब कोरोना का ऐसा डर बैठ चुका हैं कि युवावर्ग भी अपनी वसीयत लिखवाने लगे हैं। चीन रजिस्ट्रेशन सेंटर की एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया है। रिपोर्ट के आधार पर यह कहा जा रहा है कि चीन में बड़ी संख्या में युवा अपनी वसीयतें लिख रहे हैं।

चीन के छात्रों का कहना है कि वसीयत लिखना अंत नहीं है बल्कि एक नई शुरुआत है। छात्रों का कहना है कि अगर वो अभी से अपनी वसीयतें तैयार करके रखेंगे तो इससे आगे चलकर किसी की मदद हो सकती है। रिपोर्ट की माने तो 80 फीसदी युवाओं ने बचत के पैसों की वसीयत बनवाई है तो वहीं 70 फीसदी युवाओं ने जमीन-जायदाद को लेकर वसीयत तैयार करवाई है।

बता दें कि साल 1990 के बाद पैदा होने वाले लोगों ने साल 2019-20 के मुकाबले 60 फीसदी से ज्यादा वसीयतें लिखी हैं। यही नहींं एक मीडिया रिपोर्ट में बताया गया कि चीन में मौत के बारे में चर्चा करना टैबू माना जाता है। यह लोगों के बीच टकराव का विषय बन सकता है। चीन वसीयत संस्थान के निदेशक यांग यिंगवी ने कहा कि कोरोना वायरस की वजह से लोगों के मन में डर बैठ गया है और उन्हें लगता है कि अगर कोरोना की चपेट में आकर उनकी मौत हो गई तो उनकी प्रॉपर्टी का क्या होगा। यही वजह है कि वो अभी से वसीयत बनवा रहे हैं।