नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी ने मध्य प्रदेश, तेलंगाना और छत्तीसगढ़ में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट रविवार (15 अक्टूबर) को जारी कर दी। तीनों ही राज्यों में इसी साल चुनाव होंगे और दिसंबर में नतीजे आ जाएंगे। पार्टी ने मध्य प्रदेश के लिए 144, छत्तीसगढ़ के लिए 30 और तेलंगाना के लिए 55 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की है। इन तीन राज्यों के अलावा राजस्थान और मिजोरम में भी चुनाव हैं, लेकिन उसकी लिस्ट अभी कांग्रेस ने जारी नहीं की है।
कांग्रेस की तरफ से अपने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी होने के बाद सबकी निगाहें उन सीटों पर टिकी हुई हैं, जिन्हें वीआईपी सीट कहा जा रहा है। इसकी वजह ये है कि इन सीटों पर कांग्रेस के मुख्यमंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री और पार्टी के कुछ बड़े नेता चुनाव लड़ रहे हैं। पार्टी को उम्मीद है कि इन सीटों पर उसे आसानी से जीत मिलेगी, जो तीनों ही राज्यों में उसकी सरकार बनाने के रास्ते को साफ कर देगी।
तेलंगाना की वीआईपी सीट दक्षिण भारत के इस राज्य की तीन वीआईपी सीटें ऐसी हैं, जिनके लिए कांग्रेस ने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया है। इसमें पहली एंडोले विधानसभा सीट है, जहां से कांग्रेस ने सी. दामोदर राजा नरसिम्हा को टिकट दिया है। तेलंगाना की ये विधानसभा सीट एससी उम्मीदवार के लिए आरक्षित है। नरसिम्हा संयुक्त आंध्र प्रदेश के डिप्टी सीएम रह चुके हैं। इसके अलावा वह राज्य में एक बड़ा दलित चेहरा भी हैं। अगस्त में ही उन्हें कांग्रेस वर्किंग कमिटी की सदस्य बनाया गया।
तेलंगाना की दूसरी वीआईपी सीट माधीरा विधानसभा है, जहां से भट्टी विक्रमार्क मल्लू को टिकट दिया गया है। ये सीट भी एससी उम्मीदवार के लिए रिजर्व है। विक्रमार्क कांग्रेस विधायक दल के नेता हैं और वह तीन बार इस सीट से विधायक रह चुके हैं। कांग्रेस ने उन्हें यहां से टिकट इसलिए दिया है, क्योंकि वह पार्टी के बड़े चेहरा हैं, जिन पर दलित वोटों को इकट्ठा करने का जिम्मा है। वह सीएम रेस में भी शामिल हो सकते हैं।
छत्तीसगढ़ की वीआईपी सीटमुख्यमंत्री भूपेश बघेल पाटन विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने वाले हैं। सूबे के मुख्यमंत्री बघेल यहां से तीन बार विधायक रह चुके हैं। उन्हें पिछले चुनाव में इस सीट पर 28000 वोटों से जीत हासिल की थी। छत्तीसगढ़ की इस वीआईपी सीट के अलावा अंबिकापुर एक ऐसी सीट है, जिसकी खूब चर्चा हो रही है। इस सीट से कांग्रेस ने डिप्टी सीएम टीएस सिंह देव को टिकट दिया है। पिछले चुनाव में टीएस सिंह ने यहां 40 हजार वोट से जीत हासिल की थी।
मध्य प्रदेश की वीआईपी सीटकांग्रेस पार्टी तरफ से जो लिस्ट जारी की गई है, उसमें मध्य प्रदेश की छिंदवाड़ा सीट को वीआईपी सीट माना गया है। इसकी वजह ये है कि यहां से राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ चुनाव लड़ रहे हैं। वह यहां से चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे थे। भाजपा ने इस हाई प्रोफाइल सीट से विवेक बंटी साहू को टिकट दिया है। पिछली बार हुए विधानसभा चुनाव में विवेक को यहां से कमलनाथ के हाथों 25 हजार वोटों से हार मिली थी।