दिल्ली में AAP से गठबंधन, बन सकती है बात, कांग्रेस ने दिया 4 सीटों का प्रस्ताव

कांग्रेस दिल्ली में आप से गठबंधन करने के लिए तैयार हो गई है। आप के सामने कांग्रेस ने 4 सीटों पर लोकसभा चुनाव लड़ने का प्रस्ताव रखा है। हालाकि आप ने अभी तक कांग्रेस को जवाब नहीं दिया है. दिल्ली में लोकसभा की 7 सीटें हैं। आम आदमी पार्टी ने सातों सीटों पर अपने उम्मीदवारों का एलान कर दिया है।

गठबंधन पर राहुल गांधी के घर हुई थी बैठक

बता दें कि आप से गठबंधन को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के घर पर हुई बैठक के दौरान आज पार्टी की दो राय दिखी। गठबंधन के विरोध में दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष शीला दीक्षित के अलावा उनके तीनों कार्यकारी अध्यक्ष, जेपी अग्रवाल और योगानंद शास्त्री ने भी विरोध किया। बैठक के दौरान जहां 5 नेताओं (पीसी चाको, अजय माकन, मरिंदर लवली, सुभाष चोपड़ा और ताजदार बाबर) ने गठबंधन का सर्मथन किया वहीं 6 नेताओं ने इसका विरोध किया बैठक के दौरान दिल्ली प्रदेश प्रभारी चाको ने गठबंधन के पक्ष में सभी 14 जिला अध्यक्षों और तीनों नगर निगमों में कांग्रेस दल के नेताओं की चिट्ठी सौंपी।

गठबंधन क्यों करना चाहती हैं आप-कांग्रेस?

सबसे बड़ा सवाल जो सबके जहन में उठ रहा है कि आखिर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी दोनों ही दिल्ली में साथ चुनाव क्यों लड़ना चाहती हैं। हम बता दे कि यह पूरा खेल आंकड़ों का है। साल 2014 लोकसभा चुनाव के आंकड़ें देखें तो दिल्ली में भाजपा ने 46.63 फीसदी वोटों के साथ सातों सीटों पर कब्जा कर लिया था। वहीं अगर आम आदमी पार्टी के वोट फीसद देखें तो वह 33.08 फीसदी के साथ दूसरे नंबर पर थी। कांग्रेस को 42.01 फीसदी वोटों का नुकसान हुआ था, उसका आंकड़ा 15.22 फीसदी ही पहुंच पाया। अगर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के वोट फीसद को जोड़ा जाए तो यह 48 फीसदी से ज्यादा जा रहा है, जो कि भाजपा से ज्यादा है। ऐसे में दोनों पार्टियों का सोचना है कि साथ चुनाव लड़ने से दोनों को फायदा होगा और भाजपा को हराने में मदद मिलेगी।

केजरीवाल ने कांग्रेस बीजेपी पर बोला हमला

वहीं केजरीवाल ने एक बार फिर कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर हमला बोला है। केजरीवाल ने रविवार को लोगों से अपील करते हुए कहा कि बीजेपी और कांग्रेस जैसी 'झूठी' पार्टियों को वोट न दें। दोनों दलों ने दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा देने को लेकर 'झूठे वादे' किये थे। उन्होंने कहा कि जिस तरह पश्चिम बंगाल के लोगों ने तृणमूल कांग्रेस और तमिलनाडु के लोगों ने अन्नाद्रमुक के लिये वोट किया ठीक उसी तरह दिल्ली को आम आदमी पार्टी को वोट देना चाहिए। वही रविवार को किताब ‘वादा फरामोशी’ का विमोचन करते समय अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने कहा कि गर बीजेपी (BJP) की सरकार बनी तो फिर देश में 2019 के बाद कोई चुनाव नहीं होगा और नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) अनंतकाल के लिए प्रधानमंत्री बने रह जाएंगे।

बता दे, कुछ दिन पहले भाजपा के ‘मैं भी चौकीदार’ अभियान पर तंज कसते हुए अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने कहा था कि अगर लोग चाहते हैं कि उनके बच्चे ‘चौकीदार’ बनें तो उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को वोट देना चाहिए। केजरीवाल ने कहा कि अगर वे अपने बच्चो को अच्छी शिक्षा देना चाहते है तो आम आदमी पार्टी के पक्ष में मतदान करना चाहिए। केजरीवाल ने एक ट्वीट में कहा है कि मोदी चाहते हैं कि पूरा देश ‘चौकीदार’ बनने की कोशिश करे। दिल्ली के मुख्यमंत्री नेएक ट्वीट में कहा 'अगर लोग चाहते हैं कि उनके बच्चे चौकीदार बनें तो उन्हें मोदी के लिए वोट देना चाहिए लेकिन अगर वह चाहते हैं कि उनके बच्चे को अच्छी शिक्षा मिले और वे डॉक्टर, इंजीनियर या वकील बनें तो उन्हें आम आदमी पार्टी को वोट देना चाहिए।'

केजरीवाल ने मालवीय नगर में एक रैली में कहा, 'हमें वोट देना दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाने की दिशा में पहला कदम है। हम पूर्ण राज्य के दर्जे के लिये लड़ाई लड़ेंगे और दो साल के भीतर इसे हासिल कर लेंगे।'

कब है दिल्ली में वोटिंग


बता दें कि दिल्ली की सभी सातों सीटों पर एक चरण में वोटिंग होगी। दिल्ली में छठे चरण में 12 मई को वोटिंग होगी। वोटों की गिनती 23 मई को की जाएगी। साल 2014 के चुनाव में राज्य की सभी सात सीटों पर बीजेपी ने कब्जा जमाया था।