कोरोना पर चर्चा में जब राहुल गांधी ने हार्वर्ड के हेल्थ एक्सपर्ट से पूछा - भैया, ये बताइए कि वैक्सीन कब आएगी?

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कोरोना संकट पर आज दो बड़े एक्सपर्ट से बात की। ये एक्सपर्ट हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर आशीष झा और स्वीडन के कैरोलिंसका इंस्टीट्यूट के प्रोफेसर जोहान गिसेक थे। इस दौरान कोरोना वायरस के असर, लॉकडाउन से पहुंची चोट पर भी चर्चा हुई। इसी चर्चा के दौरान राहुल गांधी ने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर आशीष झा से एक सवाल किया, वो भी हिन्दी में अपने अंदाज़ में। राहुल गांधी ने पूछा कि भैया, ये बताइए कि वैक्सीन कब आएगी?

कोरोना के वैक्सीन पर प्रोफेसर झा ने कहा कि अमेरिका, चीन और ऑक्सफोर्ड के वैक्सीन रिसर्च के अच्छे रिजल्ट आ रहे हैं। पहला वैक्सीन अगले साल तक आने का भरोसा है। भारत के लिए 50-60 करोड़ वैक्सीन की जरूरत पड़ेगी।

गौरतलब है कि अभी अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, इजरायल जैसे देशों में वैक्सीन को लेकर काम चल रहा है। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में इसकी टेस्टिंग भी शुरू हो गई है, ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि इस साल के अंत तक वैक्सीन आ सकती है। भारत में भी कई टीमें वैक्सीन बनाने पर काम कर रही हैं, जिनको भारत सरकार की ओर से भी लगातार मदद मिल रही है। ऐसे में अगर भारत में ही कोरोना वायरस की वैक्सीन सबसे पहले बन जाए तो हैरानी की बात नहीं होगी।

अगले साल भी कोरोना से नहीं मिलेगा छुटकारा

प्रोफेसर झा के मुताबिक कोरोना एक या डेढ़ साल की समस्या नहीं है, बल्कि इससे 2021 में भी छुटकारा नहीं मिलने वाला। हाई रिस्क वाले इलाकों में टेस्टिंग बढ़ाने की जरूरत है। हम बड़ी महामारियों के दौर में जा रहे हैं, कोरोना कोई आखिरी नहीं है। लॉकडाउन के बाद इकोनॉमी की शुरुआत हो रही है, ऐसे समय में जरूरत इस बात की है कि लोगों का भरोसा बढ़ाया जाए।

राहुल ने पूछा कि क्या बीसीजी का टीका कोरोना से लड़ने में मदद कर सकता है? इस पर प्रोफेसर झा ने कहा कि इसके पर्याप्त सबूत नहीं हैं। नई टेस्टिंग चल रही है। अगले कुछ महीने में स्थिति साफ हो पाएगी।

सख्त लॉकडाउन से इकोनॉमी को ज्यादा नुकसान होगा

दूसरी ओर प्रोफेसर जोहान का कहना है कि भारत में सॉफ्ट लॉकडाउन होना चाहिए। अगर लॉकडाउन सख्त होगा तो अर्थव्यवस्था जल्दी बर्बाद हो जाएगी। एक्सपर्ट के साथ चर्चा के दौरान राहुल गांधी ने कोरोना वायरस के असर, लॉकडाउन के कारण बेरोजगार हो रहे लोगों पर बात की। /
उन्होंने कहा कि कोरोना के बाद दुनिया पूरी तरह से बदल जाएगी, लेकिन ये लोगों को एक साथ लाने का काम भी करेगा। क्योंकि आज हर कोई जाति-धर्म को भूल कर कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है। कोरोना वायरस दो तरह से हमले कर रहा है- एक तो हेल्थ पर और दूसरा वैश्विक ढांचे पर। राहुल ने कहा कि 9/11 का हमला एक नया चैप्टर था, जबकि कोरोना पूरी किताब है।