हमारे सैनिकों को मारा, जमीन छीनी, फिर क्यों मोदी की तारीफ कर रहा चीन? : राहुल गांधी

चीन से तनाव पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी लगातार मोदी सरकार पर हमला बोल रहे है। हाल ही में एक ट्वीट में राहुल गांधी ने कहा कि चीन ने हमारे सैनिकों को मारा और जमीन छीन ली। इतने टकराव के बाद भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ चीन क्यों कर रहा है? राहुल गांधी ने एक मीडिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए ट्वीट किया है। इससे पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का बयान ट्वीट करते हुए सरकार को निशाने पर लिया था।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा था कि पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह की महत्वपूर्ण सलाह। भारत की भलाई के लिए, मैं आशा करता हूं कि PM उनकी बात को विनम्रता से मानेंगे।

पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने कही ये बात

मनमोहन सिंह ने अपने बयान में कहा था, 'आज हम इतिहास के एक नाजुक मोड़ पर खड़े हैं। हमारी सरकार के निर्णय व सरकार द्वारा उठाए गए कदम तय करेंगे कि भविष्य की पीढ़ियां हमारा आकलन कैसे करें। जो देश का नेतृत्व कर रहे हैं, उनके कंधों पर कर्तव्य का गहन दायित्व है। हमारे प्रजातंत्र में यह दायित्व देश के प्रधानमंत्री का है। प्रधानमंत्री को अपने शब्दों व ऐलानों द्वारा देश की सुरक्षा एवं सामरिक व भूभागीय हितों पर पड़ने वाले प्रभाव के प्रति सदैव बेहद सावधान होना चाहिए।'

यानी मनमोहन सिंह ने पीएम मोदी को उनके कर्तव्यों के साथ-साथ पर ऐसे मसलों पर बयानों पर भी ध्यान देने की नसीहत दे डाली। बता दें कि चीन पर सर्वदलीय बैठक के बाद पीएम मोदी ने जो बयान दिया था, उस पर कई सवाल खड़े हुए थे। यहां तक कि प्रधानमंत्री कार्यालय को सफाई भी देनी पड़ी थी।

चीन पर मनमोहन का बयान

बता दें कि 15 जून की शाम लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के हमले में 20 भारतीय जवान शहीद हो गए थे। लद्दाख में ये विवाद मई महीने से चला आ रहा है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी तब से ही चीन पर सरकार से सफाई मांग रहे हैं।

बीजेपी का पलटवार

हालाकि, मनमोहन सिंह इस बयान के बाद भारतीय जनता पार्टी आगबबूला हो गई है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने मनमोहन सिंह के बयान को शब्दों का खेल बताते हुए कहा कि वो उसी पार्टी से जुड़े हैं जिसकी सरकार के दौरान बिना लड़े ही भारतीय जमीन सरेंडर कर दी गई। बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा ये शब्दों का खेल है और कोई भारतीय इस पर यकीन नहीं करेगा। नड्डा ने कहा कि ये वही कांग्रेस है जिसने हमेशा हमारे सुरक्षाबलों पर सवाल किए हैं और उन्हें डिमोरलाइज किया है। जेपी नड्डा ने अपने ट्वीट में लिखा, 'डॉ मनमोहन सिंह उसी पार्टी से ताल्लुक रखते हैं, जिसने 43000 किलोमीटर भारतीय हिस्सा चीन के सामने सरेंडर किया है। यूपीए सरकार के दौरान निकृष्ट रणनीति देखी गई और बिना लड़े जमीन सरेंडर कर दी गई।'

इसके अलावा जेपी नड्डा ने लिखा कि भारत पूरी तरह पीएम नरेंद्र मोदी पर विश्वास करता है और समर्थन करता है। 130 करोड़ भारतीयों ने परीक्षा की घड़ी में पीएम मोदी के नेतृत्व को देखा है, उन्होंने हमेशा राष्ट्र को सबसे ऊपर रखा है। जेपी नड्डा ने सीधे तौर मनमोहन सिंह को उनका कार्यकाल याद दिलाया। नड्डा ने ट्वीट में लिखा कि आपने पीएम रहते हुए सैकड़ों स्क्वायर किलोमीटर भारतीय जमीन चीन के सामने सरेंडर कर दी। चीन ने 2010 से 2013 के बीच 600 बार से ज्यादा घुसपैठ की।

इसके अलावा जेपी नड्डा ने मनमोहन सिंह को यूपीए के दौरान पीएमओ की भी याद दिलाई। नड्डा ने लिखा कि डॉ मनमोहन सिंह निश्चित रूप से विभिन्न विषयों पर अपने विचार साझा कर सकते हैं, लेकिन पीएमओ की जिम्मेदारी उनकी नहीं है। उस ऑफिस से यूपीए वाला सिस्टम साफ हो गया है, जहां सुरक्षाबलों का अपमान भी किया जाता था।

ये तमाम टिप्पणी करते हुए जेपी नड्डा ने अंत में कांग्रेस पार्टी और मनमोहन सिंह को एयर स्ट्राइक और सर्जिकल स्ट्राइक की याद दिलाते हुए कहा कि कृपया बार-बार हमारे सुरक्षाबलों का अपमान करना बंद करें। राष्ट्रीय एकता का सही मतलब समझें, अब भी देरी नहीं हुई है।