पाकिस्तान में Air Strike : सबूत मांगने पर BJP का विपक्ष पर पलटवार, कहा - 'कांग्रेस के बड़े नेता भारतीय सेना का मनोबल तोड़ने में लगे हुए हैं'

कांग्रेस समेत पूरा विपक्ष पाकिस्तान में आतंकियों पर भारतीय वायुसेना की एयर स्ट्राइक के बाद मारे गए आतंकियों को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साध रहा है। भारतीय वायुसेना के द्वारा पाकिस्तान के बालाकोट में घुसकर आतंकियों के खिलाफ की गई कार्रवाई के बाद सवाल उठ रहे हैं कि इस ऑपरेशन में मरने वाले आतंकियों की संख्या क्या थी? इस मामले को लेकर बीजेपी ने कांग्रेस पर पलटवार किया है। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा है कि कांग्रेस नेताओं को भारत की सेना और वायुसेना पर विश्वास नहीं है। उन्होंने कांग्रेस नेताओं के बयानों को साजिश बताया है। रविशंकर प्रसाद ने कहा है, ‘’कांग्रेस के नेताओं को भारत की सेना और वायुसेना पर विश्वास नहीं है, लेकिन दूर कहीं कुछ छपता है तो हमें उनपर विश्वास है।’’ उन्होंने कहा, ‘’कांग्रेस के बड़े नेता भारतीय सेना का मनोबल तोड़ने में लगे हुए हैं।’’

रविशंकर प्रसाद ने बताया है कि बीजेपी ने अपने ग्राम पंचायत स्तर के सभी कार्यकर्ताओं से कह दिया है कि वह कांग्रेस के इन नेताओं को बेनकाब करे और इस मुद्दे पर सोनिया गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से सवाल पूछें। उन्होंने कहा, ‘’अब यह दलील नहीं चलेगी कि कांग्रेस इन नेताओं के बयानों से अपने को अलग कर ले।’’

कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह पर हमला करते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा, ‘’दिग्विजय सिंह पुलवामा के आतंकी हमले को दुर्घटना कह रहे हैं और एयर स्ट्राइक पर सवाल उठाते हैं? यह वही व्यक्ति है जो ओसामा बिन लादेन के लिए ओसामा जी और हाफिज सईद जी जैसी उपमाओं का इस्तेमाल करते रहे हैं।’’

रविशंकर प्रसाद ने कहा, ‘’कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल और पी चिदंबरम भी ट्वीट करके और अंतरराष्ट्रीय मीडिया का सहारा लेकर वायुसेना पर सवाल उठा रहे हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘’हम यह स्पष्ट करना चाहेंगे कि भारतीय वायुसेना ने जो स्ट्राइक की है उसके ठोस प्रमाण उपलब्ध हैं। आतंकवाद के ढांचे को इससे नुकसान हुआ है। कांग्रेस के इन नेताओं को न अपनी सेना पर भरोसा है और न सरकार पर।’’

वही आज पहली बार भारतीय वायुसेना के द्वारा किए गए हवाई हमले में मारे गए आतंकियों को लेकर अधिकारिक बयान आया है। पूर्व सेना प्रमुख और केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह ने कहा है कि भारतीय वायुसेना के हमले में 250 आतंकी मारे गए हैं। विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह ने कहा है, 'हमले से पहले जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर के उस अड्डे पर 250 से ज्यादा आतंकियों के होने की खबर थी, क्योंकि वायुसेना के हमले में वो आतंकी कैंप पूरी तरह तबाह हो गया, इसलिए ये अनुमान लगाया जा रहा है कि वहां 250 आतंकी मारे गए हैं।' जनरल वीके सिंह ने ये भी साफ किया कि 26 फरवरी को वायुसेना ने पाकिस्तान में मसूद अजहर के सिर्फ एक ठिकाने पर बमबारी की थी जो बालाकोट में है।

कल बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने भी ने 250 आतंकियों के मारे जाने के दावा किया था। जिसके बाद विपक्ष ने बीजेपी पर सेना को लेकर राजनीति करने का आरोप लगाया था। अमित शाह के इन दावों पर सवाल उठाते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा 'क्या अमित शाह के मुताबिक़ सेना झूठ बोल रही है? सेना ने साफ़ साफ़ कहा है कि कोई मरा या नहीं मरा या कितने मरे, ये नहीं कहा जा सकता। अपने चुनावी फ़ायदे के लिए क्या अमित शाह और भाजपा सेना को झूठा बोल रहे हैं? देश को सेना पर भरोसा है, क्या अमित शाह और भाजपा को सेना पर भरोसा नहीं?'.

राजनीतिक पार्टियों को ओछी राजनीति नहीं करनी चाहिए- बाबा रामदेव

वायुसेना के हवाई हमले को लेकर योग गुरु बाबा रामदेव ने कहा है, ‘’सेना और सरकार की नीयत पर सवाल उठाना गलत है। जब देश के प्रधानमंत्री और सुरक्षा संस्थानों ने कह दिया है कि एयर स्ट्राइक हुई है तो उसपर सवाल नहीं उठाया जाना चाहिए। जिस स्थान को टारगेट किया गया था, वहां 250 मोबाइल एक्टिव थे, ऐसे में वह पेड़-पौधे मोबाइल से बात नहीं करते। राजनीतिक पार्टियों को ऐसी ओछी राजनीति नहीं करनी चाहिए।’’

हमले के दौरान जैश कैंप में एक्टिव थे 300 मोबाइल

नेशनल टेक्निकल रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (NTRO) के सर्विलांस से खुलासा हुआ है कि जब बालाकोट में भारतीय वायुसेना ने एयर स्ट्राइक की, उस समय वहां पर 300 से ज्यादा मोबाइल फोन एक्टिव थे। इससे साफ होता है कि भारतीय वायुसेना ने जिस समय बालाकोट स्थित जैश-ए-मोहम्मद के कैंपों पर हमला किया, उस समय वहां पर 300 आतंकी मौजूद थे। इसके अलावा बालाकोट स्थित जैश-ए-मोहम्मद के कैंप में 300 आतंकियों के मौजूद होने की जानकारी RAW ने भी उपलब्ध कराई थी। खुफिया एजेंसियों ने भी सैटेलाइट के जरिए जैश के बालाकोट कैंप में काफी संख्या में आतंकियों के मौजूद होने की जानकारी जुटाई थी।