गोवा में कांग्रेस ने फिर किया सरकार बनाने का दावा पेश, कहा- हमारे पास बहुमत है

कांग्रेस (Congress) ने एक बार फिर गोवा में सरकार बनाने का दावा पेश किया है। बता दे, गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर (Manohar Parrikar) का 63 वर्ष की आयु में रविवार को निधन हो गया। पर्रिकर पिछले एक साल से अग्नाशय के कैंसर से पीड़ित थे। मनोहर पर्रिकर (Manohar Parrikar) के कैंसर से निधन के बाद से राज्य में नए मुख्यमंत्री की तलाश हो रही है। मनोहर पर्रिकर के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार में शामिल रहीं सहयोगी पार्टियों के बीच एक राय नहीं बन सकी है। वही कांग्रेस ने 48 घंटे में दूसरी बार सरकार बनाने का दावा पेश किया है। कांग्रेस ने कहा कि उनके पास बहुमत है। कांग्रेस ने इससे पहले मनोहर पर्रिकर की ज्यादा तबीयत खराब होने पर शनिवार को राज्यपाल के पास सरकार बनाने का दावा पेश किया था। हालांकि, कांग्रेस ने आरोप लगाते हुए कहा था कि राज्यपाल मृदुला सिन्हा 'भाजपा कार्यकर्ता' की तरह काम कर रही हैं। साथ ही कहा था कि राज्यपाल ने उनके पत्र का न कोई जवाब दिया और न ही मिलने का समय दिया। कांग्रेस ने कहा था कि भाजपा के विधायकों की संख्या कम हो गई है और कांग्रेस राज्य में सबसे बड़ी पार्टी है।

बता दें, मनोहर पर्रिकर (Manohar Parrikar) का रविवार शाम निधन होने के बाद विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के विधायकों की संख्या 13 से 12 हो गई। लेकिन साथी दलों को मिलाकर अभी भी भाजपा के पास 20 विधायक हैं। अभी गोवा में सरकार बनाने के लिए 19 विधायकों की जरूरत है। पर्रिकर के निधन से एक दिन पहले कांग्रेस (Congress) ने एक बार फिर सरकार बनाने का दावा पेश किया था। वहीं दूसरी ओर खबरें हैं कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिगंबर कामत भाजपा ज्वाइन कर सकते हैं। हालांकि, कामत ने इन खबरों का खंडन किया है।

40 विधानसभा सीटों वाले राज्य में भाजपा के पास 12 विधायक हैं। वहीं भाजपा को गोवा फॉरवर्ड पार्टी और एमजीपी के 3-3 और 1 एनसीपी विधायक का समर्थन हासिल है। इसके अलावा 1 निर्दलीय उम्मीदवार भी भाजपा के समर्थन में है। कांग्रेस के पास 14 विधायक हैं। इस साल के शुरु में भाजपा विधायक फ्रांसिस डिसूजा और रविवार को पर्रिकर के निधन तथा पिछले साल कांग्रेस के दो विधायकों सुभाष शिरोडकर और दयानंद सोपटे के इस्तीफे के कारण सदन में विधायकों की संख्या 36 रह गयी है।

वहीं दूसरी ओर राज्य में नए मुख्यमंत्री की तलाश हो रही है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी सोमवार को रात 12:30 बजे सरकार बनाने की संभावना पर बातचीत करने के लिए गोवा पहुंचे। बीजेपी विधायक मिशेल लोबो ने कहा कि महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी(एमजीपी) के विधायक सुदिन धावलीकर मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं। एक होटल में देर रात तक चली बैठक के बाद बीजेपी नेता लोबो ने कहा कि सुदीन धवलीकर खुद को सीएम के रूप में देखना चाहते हैं, जबकि भाजपा चाहती है कि गठबंधन का नेता उनके दल से हो। हम मीटिंग में किसी निर्णय पर नहीं पहुंच सके। रविवार को हुई बैठक में गोवा फॉरवर्ड पार्टी के प्रमुख विजय सरदेसाई सहित उनके तीन विधायकों और एमजीपी के तीन विधायकों ने राज्य परिवहन मंत्री सुदीन धवलीकर के नेतृत्व में हिस्सा लिया। बैठक में प्रदेश भाजपा के संगठन महासचिव सतीश धोंड, निर्दलीय विधायक और राज्य के राजस्व मंत्री रोहन खौंते तथा कला एवं संस्कृति मंत्री गोविंद गावडे भी मौजूद थे। धोंड बैठक के बीच से ही बाहर आ गए और गठबंधन के नए नेता के चयन से जुड़े मीडिया के किसी सवाल का जवाब नहीं दिया। मीटिंग से बाहर आने के बाद संवाददाताओं से बात करते हुए गोवा फॉरवर्ड पार्टी के विजय सरदेसाई ने कहा, 'हमने मनोहर पर्रिकर को समर्थन दिया था न कि बीजेपी को। अब जब वह नहीं रहे तो विकल्प खुले हुए हैं। हम गोवा में स्थिरता चाहते हैं। हम नहीं चाहते हैं कि सदन को भंग किया जाए। हम बीजेपी विधायिका दल के फैसले का इंतजार करेंगे और उसके बाद अगला कदम उठाएंगे।'