मायावती के बाद अब अखिलेश ने दिया कांग्रेस को झटका, कहा - 'राहुल ने कराया बहुत इंतजार, राजनीति में कोई किसी का...'

आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारियों में जुटी कांग्रेस के लिए एक और बुरी खबर है। मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव होने में जहां अब ज्यादा समय नहीं बचा है वही बहुजन समाज पार्टी के बाद अब अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी ने भी कांग्रेस को झटका दिया है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा, 'कांग्रेस ने हमें काफी इंतजार करवाया है। हम बसपा के साथ बातचीत करेंगे। यदि कांग्रेस उनके साथ गठबंधन करना चाहती है तो वह खुद कोशिश करे। फिलहाल उनकी पार्टी का कांग्रेस के साथ कोई गठबंधन नहीं है।' अखिलेश यादव ने ऐलान किया कि उनकी पार्टी मध्य प्रदेश में बहुजन समाज पार्टी और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी से ही गठबंधन करेगी। ऐलान के दौरान अखिलेश यादव ने कहा कि राजनीति में कोई किसी का इंतजार नहीं करते। हम कब तक उनका इंतजार करता। हालांकि, उन्होंने लोकसभा चुनाव में गठबंधन करेंगे या नहीं, इस पर अभी तक कुछ नहीं बोला।

सपा के साथ गठबंधन का संकेत देते हुए मध्यप्रदेश कांग्रेस इकाई के अध्यक्ष कमलनाथ ने गुरुवार को कहा था कि कुछ दिनों पहले मैंने अखिलेश यादव से बात की है। हम उनके साथ बातचीत कर रहे हैं। वहीं बसपा के साथ गठबंधन टूटने पर उन्होंने कहा था, 'बसपा ने जिन सीटों की हमें सूची दी थी वहां उसके जीतने के कोई आसार नहीं थे और जिन सीटों पर वह चुनाव जीत सकते थे उन्हें सूची में शामिल नहीं किया गया था।'

बसपा के साथ गठबंधन टूटने पर अखिलेश ने कांग्रेस को सलाह देते हुए कहा था, 'कांग्रेस को समान विचारधारा वाले दलों को साथ लेकर चलना चाहिए। कांग्रेस अच्छी पार्टी है, उसे दिल बड़ा करना चाहिए।' वहीं एमपी में गठबंधन टूटने के लिए मायावती ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह को जिम्मेदार ठहराया था। उन्होंने कहा था कि दिग्विजय आरएसएस एजेंट हैं। मायावती ने यह भी कहा था कि कांग्रेस उनकी पार्टी को खत्म करना चाहती है और वह उसके साथ कभी गठबंधन नहीं करेंगी।

बहरहाल, मध्य प्रदेश विधानसभा में कुल सीटें 230 हैं। जिनमें से बीजेपी- 165, कांग्रेस- 58, बीएसपी- 4 और निर्दलीय- 4 हैं। मध्य प्रदेश में 2003 से भाजपा की सरकार है और 2005 से शिवराज सिंह मुख्यमंत्री हैं। उससे पहले कांग्रेस की सरकार थी, जिसमें दिग्विजय सिंह 10 साल मुख्यमंत्री थे।