केजरीवाल ने दिए निर्देश - कोरोना का RT-PCR Test दिल्ली में होगा सस्ता

कोरोना वायरस (Coronavirus) के सबसे सटीक और विश्वसनीय आरटीपीसीआर टेस्ट (Real-time reverse transcription-polymerase chain reaction) को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने सस्ता करने के निर्देश दिए हैं। इसके लिए केजरीवाल ने सोमवार को संबंधित मंत्रालय और अधिकारियों से आरटीपीसीआर की जांच के दाम घटाने को कहा है। बताया जा रहा है कि सीएम केजरीवाल के निर्देश के बाद आरटी-पीसीआर टेस्ट की कीमत अब घटाकर 1200 से 1400 रुपये के बीच रखी जा सकती है। दिल्ली में कोरोना संक्रमण दोबारा तेज होने के बाद से ही केजरीवाल सरकार टेस्ट का दायरा बढ़ाने में जुटी है, ताकि संक्रमित व्यक्ति द्वारा दूसरों के बीच वायरस फैलाने के पहले ही उसे चिन्हित किया जा सके।

माना जा रहा है कि निजी अस्पतालों में आरटीपीसीआर टेस्ट की कीमत घटने से ज्यादा से ज्यादा लोग कोविड-19 की यह जांच कराने को प्रोत्साहित होंगे। वहीं, सरकारी अस्पतालों में तो कोरोना का आरटीपीसीआर टेस्ट निशुल्क किया जा रहा है।

बता दे, अभी तक कंटेनमेंट जोन में लक्षण वाले लोगों और संक्रमितों के संपर्क में आए लोगों के ही आरटी-पीसीआर टेस्ट (RT-PCR test) किए जाते रहे हैं। लेकिन, अब नई नीति के अनुसार कंटेनमेंट जोन में रहने वाले हाई रिस्क लोगों के आरटी-पीसीआर टेस्ट पर जरूरी होंगे। हाई रिस्क लोगों में वरिष्ठ नागरिक, गर्भवती, ऐसे लोग जो गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं आदि शामिल हैं। हालांकि कंटेनमेंट जोन में रहने वाले सभी लोगों को एंटीजन टेस्ट से चेक किया जाता है।

क्या होता है RT-PCR टेस्ट?

RT-PCR test को कोरोना संक्रमण की पहचान के लिए गोल्ड स्टैंडर्ड फ्रंटलाइन टेस्ट कहा गया है। आइए आपको बताते हैं कि Rapid Antigen test, एंटी बॉडी टेस्ट और RT-PCR test में क्या अंतर है।

ये रैपिड एंटीजन और एंटीबॉडी टेस्ट से कितना अलग?

Rapid Antigen TEST लैबोरेट्री के बाहर किया जाने वाला टेस्ट है। इसका इस्तेमाल टेस्ट के नतीजे को तुरंत जानने के लिए किया जाता है। कोविड-19 SARS-CoV-2 वायरस से होता है। इस टेस्ट में नाक से स्वाब लिया जाता है। इस टेस्ट में SARS-CoV-2 वायरस में पाए जाने वाले एंटीजन का पता चलता है। टेस्ट के नतीजे में एंटीजन की मौजूदगी कोरोना के संभावित संक्रमण का लक्षण है।

कोरोना की जांच के लिए एक और टेस्ट एंटीबॉडी टेस्ट है। एंटी बॉडी टेस्ट खून का सैंपल लेकर किया जाता है। इसलिए इसे सीरोलॉजिकल टेस्ट भी कहते हैं। इसके नतीजे जल्द आते हैं और ये RT-PCR के मुकाबले कम खर्चीला है। ये टेस्ट ऑन लोकेशन पर किया जा सकता है।

1 लाख 37 हजार 139 लोगों की हुई मौत

भारत में कोरोना वायरस के कुल मामलों की संख्य बढ़कर 94 लाख से अधिक हो गई है। इसमें से 88 लाख 84 हजार से अधिक लोग पूरी तरह से ठीक हो चुके हैं। इसके साथ ही स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा सोमवार सुबह आठ बजे जारी आंक़़डों के अनुसार, देश में कोरोना वायरस संक्रमण के 38,772 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमित लोगों की कुल संख्या बढ़कर 94 लाख 31 हजार 692 हो गई है। 443 और लोगों की मौत के बाद मृतकों की कुल संक्या बढ़कर 1 लाख 37 हजार 139 हो गई है। देश में सक्रिय मरीजों की संख्या 4 लाख 46 हजार 952 है, जो संक्रमण के कुल मामलों का 4.74% है।

उधर देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना को लेकर राहत भरी खबर है। दिल्ली में कोरोना के हालात में सुधार देखने को मिल रहा है। दिल्ली में कोरोना के डेली केस घटने से 30 फीसदी ICU बेड खाली हो गए हैं। वहीं, पॉजिटिविटी रेट भी 7.64% तक घटा है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में रविवार को कोरोना संक्रमण के 4,906 नए मामले सामने आए हैं। जिसके बाद संक्रमण की दर 7.64% है।

दिल्ली में 68 मौतें

दिल्ली में कोरोना संक्रमण की रफ्तार में कमी के साथ इस महामारी से मरने वालों की संख्या में भी कमी आई है। राजधानी में 7 नवंबर के बाद रविवार को पिछले 24 घंटे में सबसे कम 68 मौतें दर्ज की गई हैं। इसके अलावा लगातार दूसरे दिन नए मरीजों का आंकड़ा 5 हजार से नीचे रिकॉर्ड हुआ है। दिल्ली में अब कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या 35 हजार के करीब है। जबकि कोविड-19 (Covid-19)से मरने वाले की कुल संख्या 9,066 हो गई है। राजधानी दिल्ली में रविवार को लगातार दूसरे दिन पॉजिटिविटी रेट 8% के नीचे रहा। दिल्ली में रिकवरी रेट (Recovery Rate) 92.2% तक पहुंचा तो एक्टिव मरीज (Active Case) 6.19% रह गए हैं। इस बीच डेथ रेट (Death Rate) 1.6% है. दिल्ली में अब तक कुल 62,37,395 टेस्ट हो चुके हैं।