अमित शाह का राहुल पर हमला, कहा - कान खोल कर सुन लें धर्म के आधार पर भारत के दो टुकड़े कांग्रेस की वजह से हुए

नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) का देश के अलग-अलग इलाकों में चल रहे विरोध के बीच एक बार फिर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने विपक्ष हमला बोला है। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में नागरिकता संशोधन एक्ट के समर्थन में सभा को संबोधित मंगलवार को अमित शाह ने कहा CAA के खिलाफ विपक्ष भ्रम फैला रहा है और देश को तोड़ने का काम किया जा रहा है। इसी मुद्दे पर हमारी पार्टी ने जन जागरण अभियान करने का फैसला किया है। अमित शाह ने कहा जब हमारी सरकार संसद के सत्र में बिल लाई तो राहुल बाबा एंड कंपनी विरोध में काउ-काउ कर रही थी। इस मुद्दे पर भ्रम फैलाया जा रहा है कि इस कानून से मुसलमानों की नागरिकता चली जाएगी। विपक्ष का कोई भी नेता चर्चा करने के लिए तैयार हो जाए तो हमारी ओर से स्वतंत्रदेव सिंह चर्चा के लिए तैयार हैं।

अमित शाह ने एक बार फिर अपने कड़क अंदाज में कहा कि जिसको विरोध करना है कर ले, लेकिन CAA वापस नहीं होगा। कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए गृह मंत्री ने कहा कि राहुल बाबा कान खोल कर सुन लें कि उनकी पार्टी की वजह से ही भारत माता के दो टुकड़े धर्म के आधार पर हुए। पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश में पिछले कई वर्षों में अल्पसंख्यकों की संख्या में भारी कमी आई है, ऐसे में वो लोग कहां गए। अमित शाह ने विपक्ष पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि जब कश्मीर से लाखों कश्मीरी पंडितों को भगा दिया गया था, तो इनका मानवाधिकार कहां गया था।

इससे पहले पिछले हफ्ते भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने शनिवार को कर्नाटक के हुबली में गृह मंत्री अमित शाह ने एक रैली को संबोधित करते हिए विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा था कि मोदी सरकार ने धार्मिक रूप से उत्पीड़ित शरणार्थियों को भारतीय नागरिकता देने के लिए कानून बनाया है, लेकिन विपक्ष इसके खिलाफ खड़ा है। भारत आने वाले शरणार्थियों में 70 फीसदी दलित हैं और जो लोग सीएए का विरोध कर रहे हैं वो लोग दलित विरोध हैं।

इसके साथ उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान में हिंदुओं की आबादी 30 फीसदी से घटकर 3 प्रतिशत हो गई है। वहां पर हिन्दुओं पर लगातार अत्याचार हो रहे है। मैं हुबली की जनता को बताना चाहता हूं कि उन लोगों को मार दिया गया, उनका धर्म परिवर्तन कर दिया गया। पाकिस्तान में मंदिर, चर्च और गुरुद्वारे तोड़े गए।