जिनपिंग की सुरक्षा में तैनात रहते है लंबे चौड़े जवान, युद्धक टैंक होती है गाड़ी

चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग भारत की यात्रा के लिए चीन से रवाना हो गए हैं। वह दोपहर को चेन्नई हवाई अड्डे पर पहुंचेंगे। शाम को प्रधानमंत्री मोदी और जिनपिंग ममालापुरम (महाबलिपुरम) में कई मुद्दों पर बातचीत करेंगे। शनिवार दोपहर को चीनी राष्ट्रपति नेपाल दौरे के लिए रवाना हो जाएंगे। शी जिनपिंग के आगमन को देखते हुए पूरे महाबलीपुरम को सैन्य छावनी में तब्दील कर दिया गया है और करीब 10 हजार पुलिस के जवान उनकी सुरक्षा के लिए लगाए गए हैं। रास्तों और कार्यक्रम स्थल पर 800 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। भारतीय नौसेना और तटरक्षक बल ने समुद्र तट से कुछ दूरी पर युद्धपोत तैनात किए हैं। 9 आईएएस अधिकारियों और विभिन्न विभागों के 34 वरिष्ठ अधिकारियों को नोडल अधिकारी के तौर पर तैनात किया गया है। सुरक्षा के ऐसे इंतजाम किए गए हैं कि वहां परिंदा भी पर नहीं मार सकता।

बता दे, चीन के राष्ट्रपति जिनपिंग चाहे अपने देश में रहते हों या फिर विदेश यात्रा पर, उनकी सुरक्षा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तरह ही होती है। जिनपिंग की सुरक्षा की जिम्मेदारी चीन के सेंट्रल सिक्योरिटी ब्यूरो पर है। इस एजेंसी को खासतौर पर राष्ट्रपति की सुरक्षा के लिए ही बनाया गया है। इस एजेंसी का गठन 1949 में चीनी राष्ट्र प्रमुख माओ त्से तुंग की सुरक्षा देने के लिए किया गया था जो चीन के सभी राष्ट्रपति और सत्ताधारी पार्टी के शीर्ष नेताओं की सुरक्षा करते हैं। सिक्योरिटी ब्यूरो में चीन की सेना के कई रेजिमेंट से सबसे उम्दा जवानों को चुना जाता है और फिर उन्हें राष्ट्रपति की सुरक्षा के लिए कड़ी ट्रेनिंग से गुजरना पड़ता है। इनकी ट्रेनिंग ऐसी होती है किसी भी परिस्थिति में यह हथियार और बिना हथियारों के भी दुश्मन से अपने राष्ट्रपति की सुरक्षा करने में सक्षम होते हैं। इस एजेंसी में करीब 8 हजार जवान हैं।

जिनपिंग की सुरक्षा कई लेयर में होती है और जब भी वो विदेश जाते हैं तो उनका पूरा सुरक्षा लाव-लश्कर उनके साथ चलता है। राष्ट्रपति के दौरे से पहले ही सेंट्रल सिक्योरिटी ब्यूरो के अधिकारी यात्रा वाले देश पहुंचकर वहां स्थानीय सुरक्षा अधिकारियों के साथ मिलकर सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा लेते हैं और सबकुछ सही पाए जाने पर ही चीनी राष्ट्रपति वहां पहुंचते हैं। जिनपिंग की सुरक्षा में बेहद कम समय में ही व्यापक फेरबदल चलता रहता है और उनकी सुरक्षा में आमतौर पर लंबे चौड़े जवानों को तैनात किया जाता है। भारत में भी उनके सुरक्षा अधिकारी पहले ही पहुंच चुके हैं और जिस होटल में वो ठहरेंगे उसे पूरी तरह खाली करा दिया गया है।

05 मशीनगन और ब्राजील की पिस्टल 709 से लैस होते तैनात जवान

चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की सुरक्षा में तैनात जवान अपने देश में ही बनी सबसे अत्याधुनिक 05 मशीनगन और ब्राजील की पिस्टल 709 जैसे हथियार से लैस होते हैं। सबसे खासबात यह है कि जिनपिंग की सुरक्षा में तैनात सबसे आंतरिक हिस्से के कमांडो को थोड़े-थोड़े समय पर ही बदल दिया जाता है।

युद्धक टैंक होती है शी जिनपिंग की गाड़ी, लगा होता है 402 हार्स पॉवर का इंजन

जिस गाड़ी पर चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग चढ़ते हैं वो भी कोई आम गाड़ी नहीं बल्कि एक युद्धक टैंक जैसा ही है जिस पर दुश्मन के किसी भी हमले का माकूल जवाब देने की पूरी व्यवस्था है। राष्ट्रपति जिनपिंग चाहे देश में हो या विदेश में वो खासतौर पर तैयार की गई लिमोजिन होंकी एन 501 में ही यात्रा करते हैं। इस काले रंग की लिमोजिन की खिड़कियां और दरवाजे भारी हथियारों से लैस होते हैं जबकि पूरी गाड़ी बुलेट प्रूफ होती है जो गोली और बम को भी आसानी से झेल सकती है। उनकी गाड़ी में सिक्यूरिटी के और भी कई इंतजाम है जिसका कभी खुलासा नहीं किया जाता है।

जिस लिमोजिन होंकी एन 501 कार पर चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग चढ़ते हैं उसमें 402 हार्स पॉवर का इंजन लगा हुआ है जो उसे बेहद ताकतवर बनाता है। इस गाड़ी में एक बार गैस टैंक फुल किए जाने के बाद इसे लगातार 500 मील तक चलाया जा सकता है। 18 फीट के इस बेहद लग्जरी सेडान में टर्बो चार्ज्ड इंजन यानी वी 8 लगा हुआ है जो भारी-भरकम होने के बाद भी इस गाड़ी को गजब की रफ्तार देता है।

चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के भारत दौरे का पूरा शेड्यूल:

शुक्रवार 11 अक्टूबर का कार्यक्रम:

12:30 PM: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का चेन्नई एयरपोर्ट पर आगमन।

12:55 PM: महाबलीपुरम एयरपोर्ट पर हेलिकॉप्टर द्वारा आगमन।

01:30 PM: चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग का चेन्नई एयरपोर्ट पर आगमन। एयरपोर्ट पर चीनी राष्ट्रपति का स्वागत, इस दौरान एयरपोर्ट पर कोई भी अन्य फ्लाइट नहीं उड़ेगी।

01:45 PM: चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग एयरपोर्ट से होटल ITC ग्रैंड के लिए रवाना होंगे। कुछ देर आराम के बाद शी जिनपिंग महाबलीपुरम के लिए रवाना होंगे।

05:00 PM: महाबलीपुरम पहुंचकर अर्जुन की तपस्या स्थली, पंचरथ, मल्लमपुरम के शोरे मंदिर का दौरा, इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी चीनी राष्ट्रपति के साथ रहेंगे।

06:00 PM: सांस्कृतिक कार्यक्रम

06:45 से 08:00 PM: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग का डिनर

शनिवार 12 अक्टूबर का कार्यक्रम:


10:00 से 10:40 AM: चीनी राष्ट्रपति और पीएम मोदी की मुलाकात।

10:50 से 11:40 AM: भारत-चीन के बीच डेलिगेशन लेवल की बातचीत

11:45 AM से 12:45 PM: चीनी राष्ट्रपति के सम्मान में लंच का आयोजन

02:00 बजे: पीएम मोदी दिल्ली के लिए रवाना होंगे, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग वापस चीन के लिए रवाना होंगे।