कोरोना वायरस : मरीजों से ज्यादा चीन में डॉक्टरों की हालत खराब, लोग दे रहे है जान से मारने की धमकी

कोरोना वायरस (Coronavirus) की वजह से पूरी दुनिया में 11,943 लोग संक्रमित हो चुके हैं। इसमें से 11,791 लोग केवल चीन के है। कोरोना वायरस की वजह से चीन में अब तक 259 लोग की मौत हो चुकी है। हालात अब यह हो गए है कि चीन में सड़कों पर लोगों के शव मिल रहे है। राह चलते लोग अचानक गिर रहे हैं और उनकी मौत हो रही है। 'द सन' की एक रिपोर्ट के मुताबिक चीन के वुहान शहर में ऐसे मामले सामने आ रहे हैं। मास्क लगाए हुए एक साइकिल चालक अचानक गिरा हुआ मिलता है, और जब उसके पास मेडिसिन की टीम पहुंचकर देखती है तो वह मरा हुआ मिला। वहीं मरीजों से ज्यादा हालत ख़राब डॉक्टरों की है। वुहान में तो डॉक्टरों की पिटाई हो रही है। कुछ डॉक्टर्स एक हफ्ते से घर नहीं गए हैं। कोरोना वायरस (Coronavirus) से पीड़ित चीनी नागरिक अब डॉक्टरों को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। कह रहे हैं कि अगर हमारा इलाज जल्दी नहीं हुआ और हम मरने वाले हुए तो पहले हम डॉक्टरों को मार देंगे।

वुहान के एक डॉक्टर से साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट को बताया कि वह दो हफ्ते से घर नहीं गया है। आधी रात को भी वह करीब 150 कोरोना वायरस (Coronavirus) पीड़ितों की अस्पताल में लाइन लगी रहती है। सभी मरीज परेशान हैं, इसलिए वे ऐसी बातें कर रहे हैं। लेकिन डॉक्टर का कहना है कि हम में से किसी को भी मार देने लाइन तो कम नहीं होगी।

वुहान के ही एक अस्पताल में काम कर रहे डॉक्टर ने बताया कि मैंने सुना कि सर्दी के इस मौसम में लाइन में लगे एक आदमी ने कहा कि जल्दी अंदर बुलाओ नहीं तो मैं तुम में से किसी एक को चाकू से मार दूंगा।

वुहान फोर्थ अस्पताल में कोरोना वायरस (Coronavirus) से पीड़ित एक मरीज के परिजनों ने तो दो डॉक्टरों की पिटाई कर दी। इनमें से एक डॉक्टर के तो कपड़े फाड़ दिए गए। जबकि वह इंफेक्शन वाले वार्ड में था।

वुहान में डॉक्टर और नर्सेज 24 घंटे सातों दिन लगातार बिना रुके मरीजों का इलाज कर रहे हैं। इनमें से तो कई एक हफ्ते से सोए भी नहीं है। हर दिन 1-2 घंटे सोकर मरीजों का इलाज करने में लगे। अस्पतालों में मेडिकल किट्स और दवाइयों की भी कमी है।

ऐसे में मरीजों का नाराज होना जायज है। क्योंकि एक तो सर्दी का मौसम। दूसरा अस्पतालों में बेड नहीं है। दवाइयों की कमी। ऊपर से कोरोना वायरस से होने वाले निमोनिया के चलते मरने का डर।

चीन की सरकार ने इन डॉक्टरों का बोझ कम करने के लिए 6 हजार डॉक्टरों और नर्सों को बीजिंग से वुहान भेजा है। इसके अलावा चीन की सेना, नौसेना और एयरफोर्स के डॉक्टर्स भी वुहान पहुंच चुके हैं। ये भी कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों के इलाज में लगे हैं।

चीन के हुबेई प्रांत के 5 लाख डॉक्टरों और चिकित्साकर्मियों ने अपनी लूनर न्यू ईयर की छुट्टियां रद्द कर दी हैं। ये सभी हुबेई प्रांत की राजधानी वुहान और आसपास के इलाकों के अस्पतालों में काम कर रहे हैं।

बता दे, चीन में कोरोना वायरस की चपेट में आए भारतीय लोगों को वापस भारत लाया गया है। एयर इंडिया का डबल डेकर जंबो 747 विमान चीन के वुहान एयरपोर्ट से 324 भारतीय छात्रों को लेकर शनिवार सुबह दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पहुंचा। इस विमान ने शुक्रवार देर रात चीन के वुहान से उड़ान भरी थी।

उधर वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) ने कोरोना वायरस को लेकर वैश्विक स्वास्थ आपातकाल घोषित किया है। WHO के मुताबिक, भारत समेत 21 देशों में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले सामने आ चुके हैं। इनमें चीन, हॉन्गकॉन्ग, दक्षिण कोरिया, अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी, भारत, श्रीलंका, नेपाल, थाइलैंड, मलेशिया, कंबोडिया, जापान, ऑस्ट्रेलिया, सिंगापुर, ताइवान, मकाऊ, वियतनाम, यूएई, रूस और ब्रिटेन शामिल हैं। WHO के प्रमुख टेड्रोस एडनोम गेब्रियेसिस ने कहा कि सबसे बड़ी चिंता यह है कि वायरस सबसे खराब स्वास्थ्य सुविधाओं वाले देशों में न फैले।