कोरोना वायरस : भारत में जल्द महंगी हो सकती हैं रोजमर्रा के इस्तेमाल की कुछ चीजें

चीन में फैले जानलेवा कोरोना वायरस (Coronavirus) की वजह से मरने वालों का आकड़ा 1100 के पार पहुंच चुका है। पूरी दुनिया में अब तक करीब 45,000 लोग इस वायरस की चपेट में आ चुके हैं। कोरोना वायरस का असर अब दुनियाभर के कारोबार पर भी पड़ने लगा है। जहां एक ओर कच्चा तेल सस्ता होने से घरेलू बाजार में पेट्रोल-डीज़ल की कीमतें घट रही हैं। वहीं दूसरी तरफ रोजमर्रा की कई चीजे अब महंगी होने लगी है। एक्सपर्ट्स बताते हैं कि भारतीय कंपनियां दवा बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाले कच्चे माल को चीन से खरीदती है, ऐसे में सप्लाई बाधित होने पर दवा कीमतों पर असर पड़ सकता है। भारत खाने-पीने का सामान खरीदता हैं, इसमें राजमा प्रमुख हैं। देश में घरेलू जरूरतों के लिए सालाना 50% राजमा चीन से इंपोर्ट होता है। इकोनॉमिक टाइम्स में छपी खबर के अनुसार चीन के डलियन पोर्ट से शिपमेंट नहीं आने की वजह से दुनियाभर में राजमा के दाम 8 फीसदी से ज्यादा बढ़ गए है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कीमतें 1100 डॉलर प्रति क्विंटल हो गई हैं। रिपोर्ट्स में बताया गया हैं कि भारत पहुंचने वाले 300 कंटेनर बंदरगाह पर फंसे हुए हैं। घरेलू मार्केट में खेप पहुंचते ही एक महीने के अंदर कीमतों में उछाल आएगा।

वहीं, न्यूज18 हिंदी से बात करते हुए वीएम पोर्टफोलियो के रिसर्च हेड विवेक मित्तल ने बताया कि दवा बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाले कच्चे माल की सप्लाई चीन से रुक गई है। ऐसे में कंपनियों को अन्य देशों से महंगा कच्चा माल खरीदना पड़ सकता हैं। इससे शुगर और ब्लेड प्रेशर के इलाज में काम आने वाली दवाओं के दाम बढ़ सकते हैं।

इसके अलावा एजी और फ्रिज के भी पार्ट्स चीन से आयात होते हैं। साथ ही, चीन का शहर वुहान ऑटो हब भी हैं। भारतीय ऑटो कंपनियों को अब घरेलू ऑटो एसेंलरी कंपनियों से प्रोडक्ट खरीदने पड़ेंगे। इसमें दो राय नहीं है कि इसकी वजह से घरेलू भारतीय कंपनियों को फायदा होने वाला है लेकिन इसमें ऑटो कंपनियों की लागत बढ़ने की उम्मीद है।