बीजापुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर में सुरक्षाबलों ने सड़क पर नक्सलियों द्वारा लगाए गए दो आईईडी विस्फोटक (प्रेशर इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) को बरामद किया है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि इसके साथ ही सुरक्षाबल इस साल अब तक राज्य में नक्सलियों द्वारा लगाए गए कम से कम 180 आईईडी को बरामद कर चुके हैं।
पुलिस अधिकारी ने कहा, 'जब जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) और जिला पुलिस के बम निरोधक दस्ते (बीडीएस) की एक संयुक्त टीम गश्त के लिए निकली थी उसी दौरान 'पालनार-चेरपाल गांव की सड़क पर सोमवार को 5 किलोग्राम वजन वाले दो आईईडी का पता चला। विस्फोटक प्रेशर स्विच से जुड़े हुए थे।
अधिकारी ने कहा कि बमों को बाद में बीडीएस द्वारा निष्क्रिय कर दिया गया, जिससे एक बड़ी घटना टल गई। सात जिलों वाले बस्तर संभाग में नक्सल विरोधी अभियानों के दौरान नक्सली अक्सर सुरक्षा बलों को निशाना बनाने के लिए विस्फोटक लगाते हैं।
बीजापुर में एक अन्य घटना में, सोमवार रात पालनार-सावनार गांवों के पास एक जंगल में सुरक्षाकर्मियों और नक्सलियों की संयुक्त टीम के बीच गोलीबारी हुई। पुलिस ने बताया कि हालांकि मुठभेड़ में किसी भी पक्ष को कोई नुकसान नहीं हुआ।
पहले मुठभेड़ में जवान हुआ था शहीदज्ञातव्य है कि अभी हाल ही में सुकमा जिले में सीआरपीएफ 165वीं बटालियन की कंपनी ऑपरेशन पर निकली थी, इसी दौरान उनकी नक्सलियों से मुठभेड़ हो गई थी, जिसमें सीआरपीएफ सब-इंस्पेक्टर सुधाकर रेड्डी शहीद हो गए थे। उनके साथ ही सीआरपीएफ कांस्टेबल रामू को गोली लगी थी, जिसमें वह घायल हो गए।
जानकारी के मुताबिक, रविवार की सुबह 7 बजे जगरगुंडा थाना क्षेत्र के बेदरे कैंप से सीआरपीएफ 165वीं बटालियन की कंपनी उर्सांगल की ओर ऑपरेशन पर निकली थी। इसी दौरान सीआरपीएफ टीम की नक्सलियों से मुठभेड़ हुई है जिसमें एक जवान शहीद हो गया।