केंद्र सरकार द्वारा तीन संसदीय क्षेत्रों के बीच एक चिकित्सा महाविद्यालय खोलने की योजना और उसके बाद केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार द्वारा छतरपुर में चिकित्सा महाविद्यालय खोलने की पैरवी किए जाने के बाद यहां के लोगों में एक बार फिर उम्मीद जाग गई है। चिकित्सा महाविद्यालय के लिए शहर के लोगों ने मंगलवार को बैठक कर जनांदोलन करने का फैसला लिया गया। समाजसेवी हरि अग्रवाल ने एक विज्ञप्ति के जरिए बताया है कि मंगलवार को मेडिकल कलेज संघर्ष मोर्चा की बैठक हुई। इस बैठक में शहर के हर वर्ग की हिस्सेदारी रही और सभी ने आंदोलन को समर्थन का वादा किया।
बैठक में आंदोलन के संचालन के लिए 21 सदस्यीय समिति का गठन किया गया। साथ ही क्रमिक अनशन के साथ शहर में जनांदोलन को लोगों का समर्थन लेकर बड़े स्तर पर शुरू करने का निर्णय लिया गया।
यहां बताना लाजिमी होगा कि, टीकमगढ़ संसदीय क्षेत्र के सांसद और केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार ने छतरपुर की स्थिति को देखते हुए यहां चिकित्सा महाविद्यालय खोलने के लिए केंद्र सरकार को पत्र भी लिखा है। इसमें कहा गया है कि टीकमगढ़, खजुराहो और सतना संसदीय सीटों के बीच छतरपुर की भौगोलिक स्थिति ऐसी है कि, यहां चिकित्सा महाविद्यालय खोला जा सकता है।
बैठक में सुरेशबाबू खरे ने सुझाव दिया कि मानव श्रृंखला बनाई जाए। श्रवण गौरव ने कहा कि नए सिरे से मोर्चा का गठन कर जनांदोलन खड़ा हो। श्याम किशोर अग्रवाल ने कहा कि बीच में जो आंदोलन कुछ समय के लिए रोका था उसे अब फिर से उसी गति से आगे बढ़ाने का समय आ गया है। हमें सरकारों और राजनेताओं के भरोसे नहीं बैठना है, बल्कि राजनैतिक चालों से सावधान होकर जनता को साथ लेकर अपना हक मांगना है।
इस बैठक में अंकुर यादव, अशोक नायडू, बद्री अग्रवाल ,आनंद शुक्ला मो़ करीम ने सुझाव दिए। समिति की अगली बैठक 18 फरवरी को होगी। इस बैठक में सभी समाजों और हर वर्ग व संगठन के लोगों को बुलाया गया है। बैठक में आंदोलनात्मक कार्यक्रमों को भी अंतिम रूप दिया जाएगा।