छत्तीसगढ़: रायपुर में 10 दिनों का लॉकडाउन, राज्य में रोजाना 6 हजार से अधिक मिल रहे मरीज

बढ़ते कोरोना (Corona) संक्रमण को देखते हुए छत्तीसगढ़ सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में 9 अप्रैल की शाम 6 बजे से 19 अप्रैल तक टोटल लॉकडाउन लगा दिया गया है। रायपुर कलेक्टर ने इस संबंध में निर्देश भी जारी कर दिए हैं। पूर्ण लॉकडाउन के दौरान जिले की सीमाओं को भी सील कर दिया जाएगा। सरकार ने ये फैसला राजधानी में एक दिन में 2 हजार 821 मामले सामने आने के बाद किया। पिछले 24 घंटे में रायपुर में 26 लोगों की जान संक्रमण से गई। राजधानी में पहली मौत 29 मई को हुई थी। इस हिसाब से 312 दिनों में रोजाना औसतन 3।20 मरीजों की मौत हुई है।

कलेक्टर की ओर से जारी निर्देशों के अनुसार लॉकडाउन के दौरान सभी शराब की दुकानें बंद रहेंगी। इसके साथ ही सभी शासकीय और आर्ध शासकीय कार्यालय, बैंक आदि भी बंद रहेंगे। हालांकि उद्योगों को ये छूट दी गई है कि यदि लेबर उद्योग परिसर के अंदर ही रहती है तो उसका संचालन किया जा सकता है। इसके साथ ही कोई भी धार्मिक स्‍थान नहीं खुलेंगे। नवरात्रों के दौरान भी मंदिरों को बंद ही रखा जाएगा। वहीं लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन करने पर प्रशासन की तरफ से कड़ी कार्रवाई करने की बात भी कही गई है।

जिला प्रशासन की तरफ से कहा गया है कि रजिस्ट्री ऑफिस में कोरोना से 7 कर्मचारी संक्रमित पाए गए हैं। एहतियात के तौर पर इनके संपर्क में आए 30 अधिकारियों, कर्मचारियों और ऑपरेटरों का RT-PCR टेस्ट करवाया गया है। इन 30 लोगों की रिपोर्ट अब तक नहीं आई है। ऐसे में 48 घंटों के लिए इस दफ्तर को सील कर दिया गया है। रायपुर के महिला थाने में भी कुछ कर्मचारी संक्रमित हुए हैं।

छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण की रफ्तार अब तक के सबसे भयावह दौर में पहुंच गई है। राज्य में अप्रैल के पहले 6 दिनों में 37 हजार मरीज मिल चुके हैं। औसतन 6 हजार से अधिक नए पॉजिटिव रोज मिल रहे हैं। मंगलवार को राज्य में रिकॉर्ड 9,921 केस मिले और 53 मौतें हुई हैं। राजधानी में 1,001 व प्रदेश में कोरोना से मरने वालों की संख्या 4,400 पार कर गई।

प्रदेश में रोजाना 14 से ज्यादा मरीजों की जान कोरोना से गई है। पिछले एक साल में 3 लाख 86 हजार 269 लोगों को कोरोना ने अपनी चपेट में लिया। अब तक 3 लाख 29 हजार 408 लोग ठीक हो चुके हैं।