
अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर आज एक बेहद दुखद घटना हुई, जब एयर इंडिया का एक बोइंग ड्रीमलाइनर 787-8 विमान क्रैश हो गया। यह हादसा उड़ान भरने के महज 5 मिनट के भीतर हुआ, जिससे पूरे देश में हड़कंप मच गया है। इस भीषण हादसे में 242 लोग सवार थे, जिनमें 230 यात्री और 12 क्रू मेंबर्स शामिल थे।
यह विमान टेकऑफ के कुछ ही पलों बाद एक रिहायशी इलाके के ऊपर गिर पड़ा। चश्मदीदों के अनुसार, हादसे से ठीक पहले विमान के पायलट ने एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) से संपर्क करके इमरजेंसी में मदद की गुहार लगाई थी, लेकिन दुर्भाग्यवश इसके कुछ ही क्षणों बाद विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
बता दें कि यह विमान यानी ड्रीमलाइनर 787-8, अमेरिकी एयरोस्पेस कंपनी Boeing द्वारा 26 अप्रैल 2004 को लॉन्च किया गया था। इस लेख में हम आपको इस विशेष विमान की कीमत, विशेषताएं और इससे जुड़े पुराने विवादों के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे।
बोइंग ड्रीमलाइनर 787-8 प्लेन की कीमत और खासियतबोइंग ड्रीमलाइनर 787-8 को उसके आधुनिक डिज़ाइन और ईंधन कुशलता के लिए जाना जाता है। कंपनी का दावा है कि यह विमान पारंपरिक विमानों की तुलना में 20% कम फ्यूल का इस्तेमाल करता है। यह विमान लगातार 9000 किलोमीटर की दूरी तय करने में सक्षम है, जो इसे इंटरनेशनल उड़ानों के लिए बेहद उपयोगी बनाता है।
इस विमान की कीमत भी उतनी ही खास है — ड्रीमलाइनर 787-8 की कीमत लगभग 243.6 मिलियन डॉलर है, जो भारतीय मुद्रा में लगभग 2100 करोड़ रुपये होती है। एयरलाइंस कंपनियां इसे लंबी दूरी की उड़ानों के लिए सबसे उपयुक्त विकल्प मानती रही हैं।
2013 में ड्रीमलाइनर पर दुनिया भर में लगी थी रोकहालांकि ड्रीमलाइनर की उड़ानों का इतिहास पूरी तरह से बेदाग नहीं रहा है। साल 2013 में जापान की दो एयरलाइंस कंपनियों द्वारा खरीदे गए ड्रीमलाइनर विमानों में लिथियम आयन बैटरियों में आग लगने की घटनाएं सामने आई थीं। इनमें से एक विमान में आग बोस्टन एयरपोर्ट पर पार्किंग के दौरान लगी थी, जबकि दूसरे विमान की हवा में इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी थी।
इन घटनाओं के बाद दुनिया भर के कई देशों ने ड्रीमलाइनर 787-8 की उड़ानों पर अस्थायी रूप से प्रतिबंध लगा दिया था। करीब 3 महीनों तक यह विमान आसमान में नहीं उड़ सका।
2020 से 2022 के बीच सामने आए थे कई निर्माण दोषबोइंग ड्रीमलाइनर 787-8 विमान की बॉडी और निर्माण से संबंधित समस्याएं वर्ष 2020 से 2022 के बीच सुर्खियों में रहीं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस दौरान विमान के कई हिस्सों को ठीक से नहीं जोड़ा गया था। इसके अलावा, विमान की बॉडी में इस्तेमाल किए गए कार्बन फाइबर के हिस्सों में ज्वाइंट की गुणवत्ता को लेकर सवाल उठे। कुछ विशेषज्ञों ने यह भी बताया कि विमान की बॉडी का झुकाव (alignment) भी असामान्य रूप से खराब पाया गया।
इन सब विवादों और तकनीकी खामियों के बावजूद ड्रीमलाइनर विमानों का इस्तेमाल दुनिया भर में हो रहा है। लेकिन आज अहमदाबाद में हुई दुखद दुर्घटना ने एक बार फिर विमान सुरक्षा मानकों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।