भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्षविराम, आपसी सहमति से युद्धविराम की घोषणा, 12 मई को फिर होगी बात

नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान ने शनिवार को एक आपसी सहमति से संघर्षविराम की घोषणा की है, जो दोनों देशों के बीच पिछले कुछ दिनों से जारी सैन्य संघर्ष के बाद आया है। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बताया कि पाकिस्तान के सैन्य संचालन महानिदेशक ने भारतीय सैन्य संचालन महानिदेशक से दोपहर 3:30 बजे (स्थानीय समय) संपर्क किया और दोनों पक्षों ने 5:00 बजे से सभी भूमि, वायु और समुद्री क्षेत्रों में सैन्य कार्रवाई और गोलीबारी बंद करने पर सहमति जताई। उन्होंने बताया कि दोनों पक्षों को इस समझौते को लागू करने के निर्देश दिए गए हैं और दोनों सैन्य प्रमुख 12 मई को फिर से संपर्क करेंगे।

इस संघर्षविराम की घोषणा के बाद, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया पर दोनों देशों के बीच संघर्षविराम की पुष्टि की और इसे अमेरिकी मध्यस्थता का परिणाम बताया। पाकिस्तान के विदेश मंत्री इसहाक डार ने भी इस संघर्षविराम का स्वागत करते हुए क्षेत्रीय शांति की दिशा में एक कदम बताया।

यह संघर्षविराम भारत और पाकिस्तान के बीच पिछले कुछ दिनों से जारी सैन्य संघर्ष के बाद आया है, जिसमें दोनों देशों के सैन्य प्रतिष्ठानों और नागरिक क्षेत्रों को निशाना बनाया गया था। विशेषज्ञों का मानना है कि यह संघर्षविराम दोनों देशों के बीच तनाव कम करने और शांति की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

हालांकि, दोनों देशों के बीच संघर्षविराम की घोषणा के बावजूद, दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर संघर्षविराम उल्लंघन का आरोप लगाया है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह संघर्षविराम दोनों देशों के बीच लंबे समय तक शांति की दिशा में एक सकारात्मक कदम हो सकता है, लेकिन इसके लिए दोनों देशों को आपसी विश्वास और संवाद बढ़ाने की आवश्यकता है।

अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने भी इस संघर्षविराम का स्वागत किया है और दोनों देशों से शांति और स्थिरता की दिशा में कदम उठाने की अपील की है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह संघर्षविराम दोनों देशों के बीच शांति और स्थिरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, लेकिन इसके लिए दोनों देशों को आपसी विश्वास और संवाद बढ़ाने की आवश्यकता है।