PNB Scam : आरोपी नीरव मोदी का पता लगाने के लिए सीबीआई ने मांगी इंटरपोल से मदद

देश में सार्वजनिक क्षेत्र के दूसरे सबसे बड़े बैंक, पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) की मुंबई स्थित एक शाखा में 1.8 अरब डॉलर घपला उजागर होने पर गुरुवार को बैंक के प्रबंध निदेशक व मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) सुनील मेहता ने कहा कि धोखाधड़ी में शामिल किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। सुनील मेहता ने आनन-फानन में बुलाई गई प्रेस कांफ्रेंस में संवाददाताओं से कहा, "हम स्वच्छ बैंकिंग के लिए जाने जाते हैं। धोखाधड़ी 2011 में शुरू हुई। जैसे ही हमें पता चला, हमने तुरंत नियामकीय व कानून को लागू करने वाली एजेंसियों को इसकी जानकारी दी। इस धोखाधड़ी में शामिल किसी को भी हम नहीं बख्शेंगे।" वही केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने घोटाले के आरोपी अरबपति हीरा व्यापारी नीरव मोदी का पता लगाने के लिए इंटरपोल से मदद मांगी है। नीरव मोदी फिलहाल देश से फरार हैं।

सूत्रों के मुताबिक, सीबीआई ने नीरव मोदी, उनकी पत्नी एमी, भाई निशाल मोदी और बिजनेस पार्टनर मेहुल चोकसी के खिलाफ इंटरपोल डिफ्यूजन नोटिस जारी किया है। टरपोल डिफ्यूजन नोटिस का इस्तेमाल अन्य देशों में छिपे किसी शख्स का पता लगाने के लिए किया जाता है।

नीरव मोदी पर सरकारी बैंक पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) से 11,515 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का आरोप है। उल्लेखनीय है कि 29 जनवरी को नीरव मोदी और उसके सहयोगियों के खिलाफ सीबीआई ने लुकआउट नोटिस भी जारी किया था लेकिन इससे पहले ही वे देश छोड़कर फरार हो गए थे।