RBI ने घटाईं ब्याज दरें, होम लोन पर हर महीने इतने रुपये की होगी बचत

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने गुरुवार को अपनी क्रेडिट पॉलिसी का एलान किया है। इसमें आरबीआई ने रेपो रेट में 0.25 फीसदी की कटौती कर दी है। ताजा कटौती के बाद रेपो रेट 5.75 फीसदी पर आ गया है। यह पिछले 9 साल में सबसे कम है। इसी के साथ RBI ने लगातार तीसरी बार पॉलिसी रेट में कमी की है। नरेंद्र मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में यह पहला पॉलिसी रिव्यू है। रेपो रेट में कमी से सभी तरह के लोन सस्ते होंगे। हालांकि, यह बैंकों पर निर्भर करता है कि वे रेपो रेट में कमी का फायदा ग्राहकों को कब तक और कितना देते हैं। रेपो रेट वह दर है जिस पर आरबीआई कॉमर्शियल बैंकों को कर्ज देता है।

50 लाख रुपये का होम लोन लिया हुआ

अगर आपने 50 लाख रुपये का होम लोन लिया हुआ है। वहीं, इसकी अवधि 20 साल है। मौजूदा दर 8.60 फीसदी के हिसाब से आपकी EMI 44,505 रुपये बैठती है। अब बैंक भी आरबीआई के बाद 0.25 फीसदी दरें घटाने का फैसला लेता है तो नई ब्याज दर 8.35 हो जाएगी। अब आपकी नई EMI 43,708 रुपये होगी। इस तरह से आप हर महीने 797 रुपये की बचत कर पाएंगे।

30 लाख रुपये का होम लोन लिया हुआ

अगर आपने 30 लाख रुपये का होम लोन लिया हुआ है। वहीं, इसकी अवधि 20 साल है। मौजूदा दर 8.60 फीसदी के हिसाब से आपकी EMI 26,225 रुपये बैठती है। अब बैंक भी आरबीआई के बाद 0.25 फीसदी दरें घटाने का फैसला लेता है तो नई ब्याज दर 8.35 हो जाएगी। अब आपकी नई EMI 25,751 रुपये होगी। इस तरह से आप हर महीने 474 रुपये की बचत कर पाएंगे।

20 लाख रुपये का होम लोन लिया हुआ

अगर आपने 20 लाख रुपये का होम लोन लिया हुआ है। वहीं, इसकी अवधि 20 साल है। मौजूदा दर 8.60 फीसदी के हिसाब से आपकी EMI 17,483 रुपये बैठती है। अब बैंक भी आरबीआई के बाद 0.25 फीसदी दरें घटाने का फैसला लेता है, तो नई ब्याज दर 8.35 हो जाएगी। अब आपकी नई EMI 17,167 रुपये होगी। इस तरह से आप हर महीने 316 रुपये की बचत कर पाएंगे।

RTGS और NEFT से पैसे ट्रांसफर करने पर अब नहीं लगेगा कोई शुल्‍क

इसके साथ ही आरबीआई ने ऑनलाइन ट्रांजेक्‍शन के माध्‍यमों रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट (RTGS) और नेशनल इलेक्‍ट्रॉनिक फंड्स ट्रांसफर (NEFT) पर लगने वाले शुल्‍क को भी हटाने का ऐलान किया है। इस फैसले का सीधा असर ऑनलाइन ट्रांजैक्‍शन करने वाले बैंक उपभोक्‍ताओं को फायदे के रूप में पड़ेगा। आरबीआई ने कहा है कि बैंकों को अपने ग्राहकों को यह लाभ देना होगा।

बैंक 2.5 रुपये से लेकर 25 रुपये तक लेते थे शुल्क

दरअसल, मौजूदा समय में सरकारी और निजी बैंक IMPS और RTGS सेवा के लिए ग्राहकों से शुल्‍क लेते हैं। देश का सबसे बड़ा बैंक स्‍टेट बैंक ऑफ इंडिया NEFT की सुविधा पर 2.5 रुपये से लेकर 25 रुपये तक का शुल्‍क लगाता है। एसबीआई 10 हजार रुपये तक के ऑनलाइन ट्रांसफर पर 2.5 रुपये, 10 हजार से लेकर एक लाख रुपये तक के ऑनलाइन ट्रांसफर तक पांच रुपये का शुल्‍क लगाता है।

इसके अलावा एसबीआई 1 लाख रुपये से 2 लाख रुपये तक की धनराशि NEFT के जरिये भेजने पर 15 रुपये का शुल्‍क वसूलता है। वहीं 2 लाख रुपये से अधिक के पैसे ट्रांसफर पर 25 रुपये चार्ज वसूला जाता है। देश के अन्‍य बैंक भी ग्राहकों से इसी तरह का शुल्‍क वसूलते हैं। NEFT के अंतर्गत मौजूदा समय फंड ट्रांसफर करने के लिए समयसीमा तय है। वहीं RTGS और IMPS के तहत किसी भी समय किसी को भी पैसे ट्रांसफर किए जा सकते हैं।