मास्क की अहमियत समझाने के लिए मोदी ने बुल्गारिया के PM पर लगे जुर्माने का किया जिक्र, कहा - नियमों से ऊपर कोई नहीं

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि अनलॉक-1 के बाद लापरवाही बढ़ी है, जो चिंता का कारण है। उन्होंने नाराजगी जताते हुए कहा कि ये बात सही है कि अगर कोरोना से होने वाली मृत्यु दर को देखें तो दुनिया के अनेक देशों की तुलना में भारत संभली हुई स्थिति में है। समय पर किए गए लॉकडाउन और अन्य फैसलों ने भारत में लाखों लोगों का जीवन बचाया। उन्होंने कहा जब से देश में Unlock-1 हुआ है, व्यक्तिगत और सामाजिक व्यवहार में लापरवाही भी बढ़ती ही चली जा रही है। पहले हम मास्क को लेकर, दो गज की दूरी को लेकर, 20 सेकेंड तक दिन में कई बार हाथ धोने को लेकर बहुत सतर्क थे। लॉकडाउन के दौरान गंभीरता से नियमों का पालन किया गया था। अब सरकारों को स्थानीय निकाय की संस्थाओं को, देश के नागरिकों को फिर से उसी तरह की सतर्कता दिखाने की जरूरत है। विशेषकर कंटेनमेंट जोन पर बहुत ध्यान देना होगा। जो नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं, उन्हें रोकना-टोकना और समझाना होगा।

13 हजार के जुर्माने का किया जिक्र

प्रधानमंत्री ने कहा कि अभी आपने खबरों में देखा होगा कि एक देश के प्रधानमंत्री पर 13 हजार का जुर्माना इसलिए लग गया, क्योंकि वे मास्क पहने बिना गए थे। भारत में भी स्थानीय प्रशासन को इसी चुस्ती से काम करना चाहिए। यह 130 भारतीयों की रक्षा का अभियान है। गांव का प्रधान हो या देश का प्रधानमंत्री, कोई भी नियमों से ऊपर नहीं है। दरअसल, मोदी ने अपने भाषण में बुल्गारिया के प्रधानमंत्री बोइको बोरिसोव का भी उदाहरण दिया। बोरिसोव को हाल ही में जुर्माना देना पड़ा था, क्योंकि वे चर्च में बिना मास्क लगाए पहुंचे थे। इसी तरह, पिछले दिनों रोमानिया के प्रधानमंत्री लुडोविच ओरबन पर भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करने पर 45 हजार रुपए का जुर्माना लगाया गया था।