वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मोदी सरकार 2.0 का पहला बजट शुक्रवार को लोकसभा में पेश किया। इस बजट के सामने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के न्यू इंडिया के सपने को पूरा करने के लिए ठोस कदम बढ़ाने की चुनौती है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इस बार लाल ब्रीफकेस की जगह लाल बहीखाते के साथ नज़र आईं। अपने भाषण में वह इसे आम बजट को 'देश का बहीखाता' कहा। मोदी सरकार का मानना है कि ये पश्चिमी संस्कृति से बाहर आकर देश की पुरानी परंपराओं से जुड़ने की शुरुआत है। बैग का लाल रंग भारतीय परंपराओं के हिसाब से शगुन का प्रतीक है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने टैक्स स्लैब में कोई बदलाव नहीं किया है। यानी 5 लाख रुपये तक कमाई पर टैक्स नहीं लगेगा। जिन नौकरीपेशा लोगों की सालाना आय 5 लाख रुपये तक है तो उसे कोई टैक्स नहीं देना होगा। हालांकि, 5 लाख से अधिक आय वाले लोगों को पुरानी व्यवस्था के मुताबिक टैक्स चुकाना होगा।
5 लाख रुपये तक की सालाना टैक्सेबल इनकम पर टैक्स न लगने को आप ऐसे भी समझ सकते हैं कि 80C से लेकर 80U के तहत आने वाले सभी डिडक्शन के बाद भी अगर आपकी सालाना आय 5 लाख रुपये से अधिक रहती है तो आपको टैक्स देना होगा अन्यथा कोई टैक्स नहीं देना होगा।
इस बार के बजट में मोदी सरकार ने मिडिल क्लास के लिए बड़ा ऐलान किया है। अब 45 लाख रुपये का घर खरीदने पर अतिरिक्त 1.5 लाख रुपये की छूट दी जाएगी। फिलहाल 2 लाख रुपये के ब्याज पर टैक्स छूट मिलती है। इसके अलावा 2.5 लाख रुपये तक का इलेक्ट्रिक व्हीकल खरीदने पर भी छूट दी जाएगी।
मोदी सरकार ने अमीरों पर टैक्स बढ़ा दिया है और अब 2 से 5 करोड़ रुपये सालाना कमाने वालों को 3 फीसदी ज्यादा टैक्स देना होगा। इसके अलावा 5 करोड़ रुपये से 7 करोड़ रुपये सालाना आमदनी वालों को 7 फीसदी ज्यादा टैक्स देना होगा। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में बजट पेश करते समय इसका एलान किया।
वही मोदी सरकार ने कहा अगर कोई भी व्यक्ति बैंक से एक साल में एक करोड़ से अधिक की राशि निकालता है तो उसपर 2% का TDS लगाया जाएगा। यानी सालाना 1 करोड़ रुपये से अधिक निकालने पर 2 लाख रुपये टैक्स में ही कट जाएंगे।
ITR के लिए मोदी सरकार ने बड़ा ऐलान किया है। अब आधार कार्ड से भी लोग अपना इनकम टैक्स भर पाएंगे। यानी अब पैन कार्ड होना जरूरी नहीं है, पैन और आधार कार्ड से काम हो जाएगा।