मोदी सरकार ने आज ( (1 फरवरी) अपने कार्यकाल का अंतिम बजट पेश कर रही है। आम तौर पर वित्त मंत्री ही बजट पेश करते हैं, पर केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली के बीमार होने के कारण इस बार रेल मंत्री पीयूष गोयल संसद में बजट पेश कर रहे है, जिन्हें जेटली की अनुपस्थिति में वित्त मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने अंतरिम बजट में घरेलू कामगारों के लिए प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन नाम से मजदूरों के लिए पेंशन योजना। इस योजना में 15000 रुपये मंथली सैलरी पाने वाले लोग शामिल होंगे। इस योजना में शामिल लोगों को 100 रुपये मंथली योगदान देना होगा। पीयूष गोयल ने कहा कि इस योजना से 10 करोड़ लोगों को फायदा मिलेगा।
प्रधानमंत्री श्रम योगी मनधन योजना के तहत 60 साल की उम्र पार कर चुके मजदूरों को प्रतिदिन 100 रुपये के हिसाब से हर महीने 3000 रुपये पेंशन के तौर पर देगी सरकार। श्रमयोगी मानधन स्कीम के लिए 500 करोड़ रुपये आवंटित किए गए।
- 21000 तक सैलरी पर बोनस का प्रावधान
- ग्रैच्युटी की सीमा 10 लाख से बढ़ाकर 20 लाख रु
- नई पेंशन स्कीम में सरकार की भागीदारी 14%,
- मजदूर की अचानक मौत पर 6 लाख का मुआवजा
किसानों को दी जाएगी 6,000 रुपये वार्षिक सहायता
किसानों के लिए कई बड़े ऐलान किएलोकसभा चुनाव करीब है इसलिए बजट में किसानों पर अत्यधिक ध्यान दिया गया। सस्ते आनाज के लिए एक लाख 70 हजार करोड़ का बजट, हमारी सरकार ने किसानों की आय दोगुनी करने हेतु सभी 22 फसलों का एमएसपी लागत से 50 प्रतिशत अधिक किया है। छोटे और सीमांत किसान हैं और तेज गति से बढ़े प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना शुरू किए जाएंगे। दो एकड़ वाले किसान के खाते में डायरेक्ट 6,000 दिए जाएंगे। इससे 12 करोड़ किसानों को फायदा होगा। यह एक दिसंबर 2018 से लागू होंगे। किसानों का कर्ज 11 लाख 68 हजार करोड़ बढ़ गया है। चुनाव से पहले पहली किस्त 2000 रुपए मिलेंगे। गौ माता के लिए कामधेनु योजना शुरू की जाएगी।