बजट 2018 : 50 करोड़ गरीब लोगों को हर साल 5 लाख रुपये का कैशलेश मेडिकल इंश्‍योरेंस : वित्त मंत्री अरुण जेटली

केंद्र सरकार के चौथे और आखिरी पूर्ण बजट पर पूरे देश की निगाहें आज लगी रहेंगी। जीएसटी लागू होने के बाद पेश हो रहे इस पहले आम बजट से आम जनता की ढेरों उम्मीदें जुड़ी हुई हैं। चाहे किसान हो या फिर सैलरी क्लास, कामकाजी महिला हो अथवा गृहणी, युवा वर्ग हो या फिर सीनियर सिटीजंस, स्टार्टअप हो या फिर बड़ी कॉर्पोरेट कंपनियां, रियल इस्टेट सेक्टर से लेकर हर किसी के मन में बजट को लेकर के उत्सुक्ता रहेगी।

वित्त मंत्री अरुण जेटली लोकसभा में आम बजट पेश कर रहे हैं। उनका कहना है कि जीएसटी लागू होने से इनडायरेक्ट टैक्स की व्यवस्था आसान हुई है। उन्होंने कहा कि देश में भ्रष्टाचार के माहौल में कमी आई है।

वित्त मंत्री अरुण जेटली के बजट भाषण की खास बातें...

- नमामि गंगे के तहत पूरी हुईं 47 परियोजनाएं
- मुद्रा योजना के तहत 3 लाख करोड़ रुपये की राशि लोन के तौर पर देने का लक्ष्य
- 3794 करोड़ रुपये से मध्यम, लघु एवं सूक्ष्य उद्योगों का होगा विकास
- जनजातियों के विकास के लिए 32,000 करोड़ रुपये की राशि का होगा आवंटन
- टीबी के मरीजों के पोषण के लिए 6,000 करोड़ रुपये की राशि का आवंटन
- गंगा सफाई के लिए 187 योजनाओं को दी गई मंजूरी
- हर तीन संसदीय क्षेत्र के बीच में एक मेडिकल कॉलेज की स्थापना का लक्ष्य
- देश भर में 24 नए सरकारी मेडिकल कॉलेजों एवं अस्पतालों की स्थापना होगी
- देश की लगभग 40 फीसदी आबादी को मिल सकेगा स्वास्थ्य बीमा
- 10 करोड़ परिवारों को 5 लाख रुपये प्रति साल इलाज के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत मिलेंगे। अभी मिलते थे सिर्फ 30,000 रुपये
- स्वास्थ्य के लिए 1.5 लाख आरोग्य सेंटर स्थापित किए जाएंगे
- हेल्थ वेलनेस सेंटर के लिए 1,200 करोड़ रुपये जारी होंगे
- हर साल 1 हजार बी.टेक स्टूडेंट्स को मिलेगी छात्रवृत्ति
- 50 करोड़ गरीब लोगों को हर साल 5 लाख रुपये का कैशलेश मेडिकल इंश्‍योरेंस
- सरकार ने 70 लाख नई नौकरियों का वादा किया। नये कर्मचारियों के EPF में 12 फीसदी का योगदान देगी सरकार