BSF जवान पूर्णम कुमार शॉ की वतन वापसी पर CM ममता बनर्जी ने जताई खुशी, कही यह बात

भारत-पाकिस्तान के बीच चल रहे तनावपूर्ण माहौल के बीच सीमा सुरक्षा बल (BSF) के जवान पूर्णम कुमार शॉ की भारत वापसी हो गई है। आज बुधवार, 14 मई 2025 को उन्हें पंजाब स्थित अटारी-वाघा बॉर्डर पर पाकिस्तान ने भारत को सौंप दिया। बीएसएफ की ओर से इस बारे में आधिकारिक जानकारी दी गई है। जवान की सुरक्षित वापसी के बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की।

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, मुझे यह जानकर बेहद खुशी हुई कि हमारे बीएसएफ जवान पूर्णम कुमार शॉ को रिहा कर दिया गया है। मैं उनके परिवार के लगातार संपर्क में थी और हुगली जिले के रिशरा में रहने वाली उनकी पत्नी रजनी शॉ से तीन बार बात की। आज भी मैंने उन्हें फोन कर इस सुखद खबर को साझा किया। मेरे भाई समान जवान पूर्णम, उनकी पत्नी रजनी और उनके पूरे परिवार को मेरी ओर से ढेरों शुभकामनाएं और बधाइयां।

तृणमूल कांग्रेस ने दी प्रतिक्रिया

ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस ने भी एक्स पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए लिखा, आख़िरकार वह घर लौट आए हैं। कई दिनों की चिंता और अनिश्चितता के बाद बीएसएफ जवान पूर्णम कुमार शॉ की भारत वापसी हो पाई है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस कठिन समय में उनकी पत्नी से कई बार संपर्क किया और उन्हें हरसंभव समर्थन व भरोसा दिया। हम कामना करते हैं कि पूर्णम जल्द ही इस कठिन अनुभव से उबर जाएं और अपने परिवार के साथ सुख और शांति से रहें।

पिता भोला नाथ शॉ ने जताया आभार

जवान के पिता भोला नाथ शॉ ने भी अपने बेटे की घर वापसी पर खुशी जताते हुए कहा, मैं केंद्र और राज्य सरकार का दिल से धन्यवाद करता हूं जिन्होंने मेरे बेटे को पाकिस्तान से छुड़वाकर वापस भारत लाने में मदद की। अब जब मेरा बेटा घर लौट आया है, तो मैं चाहता हूं कि वह एक बार फिर देश की सेवा में योगदान दे।

बीएसएफ प्रवक्ता ने साझा की जानकारी

बीएसएफ ने अटारी-वाघा बॉर्डर से जवान की एक तस्वीर भी साझा की है जिसमें पूर्णम कुमार शॉ को दाढ़ी, मूंछ और बिखरे बालों के साथ हरे रंग की गोल गले वाली टी-शर्ट पहने हुए देखा जा सकता है। इस संबंध में बीएसएफ के प्रवक्ता ने बताया, आज सुबह करीब 10:30 बजे कांस्टेबल पूर्णम कुमार शॉ को पाकिस्तान ने अटारी-वाघा सीमा पर बीएसएफ को सौंपा। 23 अप्रैल की रात करीब 11:50 बजे वे फिरोजपुर सेक्टर में ड्यूटी करते समय अनजाने में पाकिस्तान की सीमा में चले गए थे, जहां पाकिस्तानी रेंजर्स ने उन्हें पकड़ लिया था।