मध्यप्रदेश : उद्घाटन से पहले ही भ्रष्टाचार की बाढ़ में बहा करोड़ों की लागत से बना पुल

सरकार द्वारा किए गए निर्माण कार्यों में अक्सर कई खामियां सामने आती हैं। ऐसा ही कुछ देखने को मिला मध्यप्रदेश में जहां भ्रष्टाचार की बाढ़ में करोड़ों की लागत से बना एक पुल उद्घाटन होने से पहले ही बह गया। यहां बात की जा रही हैं सिवनी जिले में बने पुल की जिसका निर्माण कार्य एक सितंबर 2018 में शुरू हुआ था। आज इस पुल का उद्घाटन होने वाला था लेकिन उससे पहले ही यह पुल भ्रष्टाचार की बाढ़ में बह गया। इस पुल के निर्माण में तीन करोड़ सात लाख रुपये की लागत आई थी। फिलहाल इस मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। बता दें कि यह पुल केवलानी विधानसभा के अंतर्गत आता है। यहां के विधायक भाजपा के राकेश पाल हैं।

बता दें कि मध्यप्रदेश में भारी बारिश के चलते राज्य की कई नदियां उफान पर हैं। प्रदेश के करीब-करीब सभी बांधों के गेट खोल दिए गए हैं। राज्य सरकार के अनुसार प्रदेश के नौ जिलों के 394 से ज्यादा गांव बाढ़ की चपेट में हैं। वहीं, सात हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया है।

सीएम शिवराज ने प्रधानमंत्री को दी बाढ़ की स्थिति की जानकारी

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्य में बाढ़ की स्थिति को लेकर रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की। उन्होंने प्रधानमंत्री को राज्य में बाढ़ के हालातों के बारे में बताया। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने होशंगाबाद और अन्य जिलों में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण भी किया।

बता दें कि राज्य में पिछले दो दिन से जारी मूसलाधार बारिश के कारण होशंगाबाद सहित मध्यप्रदेश के कई जिलों में बाढ़ आ गई है। प्रदेश में स्थिति इतनी विकराल हो गई है कि जलमग्न क्षेत्रों से लोगों को बचाने के लिए शनिवार को सेना और एनडीआरएफ को उतारा गया था।