दो दिनों से चल रही रस्साकशी के बीच गुरुवार को कर्नाटक के राज्यपाल वजुभाई वाला ने बीएस येदियुरप्पा को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई। सरकार बनाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में रातभर चली हाई वोल्टेज कानूनी लड़ाई के बाद येद्दियुरप्पा तीसरी बार राज्य के मुख्यमंत्री बने। 75 वर्षीय येदियुरप्पा को राज्यपाल वजुभाई वाला ने राजभवन में एक समारोह में पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। सुप्रीम कोर्ट ने येदियुरप्पा के शपथ लेने पर रोक लगाने से इनकार किये जाने के कुछ घंटों बाद ही भाजपा नेता ने अकेले शपथ ली। वहीं सुप्रीम कोर्ट ने कांग्रेस-जेडीएस की भाजपा विधायक दल के नेता बीएस येदियुरप्पा के शपथ ग्रहण समारोह पर रोक लगाने की मांग को इनकार कर दिया। इसी बीच कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्विटर पर अपनी नाराजगी जाहिर की। राहुल ने इसे संविधान का मजाक करार दिया है और कहा है कि देश आज लोकतंत्र की हार का शोक मनाएगा।
अपने ट्वीट में राहुल ने कहा, 'भाजपा कर्नाटक में सरकार बनाने को लेकर तर्कहीन आग्रह कर रही है जबकि उसके पास पर्याप्त संख्या मौजूद नहीं है, यह हमारे संविधान का मजाक बनाना है। आज सुबह जहां भाजपा अपनी खोखली जीत का जश्न मना रही है वहीं भारत लोकतंत्र की हार का शोक मनाएगा।' वहीं कांग्रेस और जेडीएस के विधायक विधानसभा के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
कांग्रेस के विधायक और पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद, अशोक गहलोत और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया विधानसभा परिसर में स्थित गांधी की प्रतिमा के पास प्रदर्शन कर रहे हैं। पूर्व सीएम सिद्धारमैया ने कहा, "हम लोगों के पास जाएंगे और उन्हें बताएंगे कि किस तरह बीजेपी संविधान का अपमान कर रही है।"
कांग्रेस के इस प्रदर्शन पर केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार ने कहा, 'यदि कांग्रेस विरोध-प्रदर्शन करना चाहती है तो उन्हें राहुल गांधी, सोनिया गांधी और सिद्धारमैया के खिलाफ विरोध करना चाहिए। इन तीनों ने ही कांग्रेस को बर्बाद किया है।' बता दें कि येदियुरप्पा के शपथ ग्रहण को रोकने के लिए कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की थी। रात के दो बजे हुई सुनवाई में कोर्ट ने इस याचिका को खारिज कर दिया था।
राज्य में भाजपा के पास बहुमत के लिए पर्याप्त संख्या मौजूद नहीं है। उसके पास 222 में से विधानसभा की 104 सीटें हैं। बेशक आज येदियुरप्पा ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है लेकिन उन्हें 15 दिनों के अंदर सदन में बहुमत साबित करना होगा। वहीं इस मामले पर शुक्रवार सुबह 10:30 बजे जस्टिस भूषण, जस्टिस सीकरी और जस्टिस बोबडेफिर तीन जजों की बेंच सुनवाई करेगी।