भाजपा के साथ अपने गठबंधन को एक बार फिर से दुरुस्त करने में खुशी होगी अगर... : शिवसेना

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)-शिवसेना ने एक गठबंधन के तहत लड़ा था। 288 सीटों में से बीजेपी 105 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनी, जबकि शिवसेना 56 सीटें जीत पाई थी। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने पांच साल में 50:50 फॉर्मूले पर मुख्यमंत्री का पद मांगा, जिसे बीजेपी ने ठुकरा दिया और गठबंधन टूट गया और शिवसेना ने तीन दशक से अधिक समय तक अपने सहयोगी दल भारतीय जनता पार्टी से नाता तोड़ दिया और एनसीपी-कांग्रेस के साथ मिलकर महाराष्ट्र में सरकार घठन को लेकर अपना कदम बड़ा दिया। लेकिन इन सबके बीच अब खबरे आ रही है कि शिवसेना का कहना है कि अगर बीजेपी 50:50 फॉर्मूले पर तैयार है तो पार्टी (शिवसेना) को भाजपा के साथ अपने गठबंधन को एक बार फिर से दुरुस्त करने में खुशी होगी।

इस बीच शिवसेना (Shiv Sena) का कहना है कि एनसीपी और कांग्रेस (NCP-Congress) के साथ मिलकर सरकार बनाने का काम सही दिशा में जारी है। 'शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा, 'आप शरद पवार और हमारे गठबंधन के बारे में चिंता नहीं करें। बहुत जल्द शिवसेना की अगुवाई वाली गठबंधन सरकार महाराष्ट्र में सत्ता में होगी। यह एक स्थिर सरकार होगी।'

वही महाराष्ट्र में सरकार गठन के मुद्दे को लेकर कांग्रेस और एनसीपी के नेताओं की आज दिल्ली में मुलाकात होगी। बैठक में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल और एनसीपी प्रमुख शरद पवार भी मौजूद रहेंगे। वहीं अहमद पटेल, पूर्व सीएम अशोक चव्हाण, वेणुगोपाल, मल्लिकार्जुन खड़गे और एके एंटनी कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात करेंगे। कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने जारी गतिरोध के बीच मंगलवार को पार्टी के वरिष्ठ नेताओं अहमद पटेल, ए।के। एंटनी और मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ बैठक की। बैठक के बाद नाम उजागर नहीं करने की शर्त पर पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने न्यूज एजेंसी आईएएनएस से कहा कि कांग्रेस और एनसीपी महाराष्ट्र में सरकार गठन के लिए न्यूनतम साझा कार्यक्रम को लेकर आगे और बैठकें करेंगी और इस पर मंथर जारी है।

गौरतलब है कि इससे एक दिन पहले सोमवार को सोनिया गांधी और एनसीपी प्रमुख शरद पवार की मुलाकात हुई थी लेकिन इसमें सरकार बनाने को लेकर कोई निष्कर्ष नहीं निकल पाया था। दोनों नेताओं की मुलाकात के तुरंत बाद कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्विटर पर कहा था, महाराष्ट्र की स्थिति को लेकर शरद पवार आज (सोमवार) कांग्रेस अध्यक्ष से मिले और उन्हें महाराष्ट्र की स्थिति की जानकारी दी। यह तय हुआ कि एक-दो दिन बाद कांग्रेस और एनसीपी के प्रतिनिधि आगे की स्थिति को लेकर चर्चा के लिए दिल्ली में मिलेंगे।

बता दें कि महाराष्ट्र की 288 सदस्यीय विधानसभा में बीजेपी के पास 105, शिवसेना के पास 56 सीटें हैं, जबकि राकांपा और कांग्रेस के पास क्रमश: 54 और 44 सीटें हैं। राज्य में सरकार बनाने को इच्छुक किसी भी दल या गठबंधन को विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए कम से कम 145 विधायकों के समर्थन की जरूरत होगी।