भोपाल। मध्य प्रदेश में भाजपा को शनिवार को चुनाव पूर्व घोषणा से बड़ा झटका लगा है। भाजपा के राज्यसभा सांसद अजय प्रताप सिंह ने भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। बताया जा रहा है पार्टी ने उन्हें सीधी लोकसभा सीट से प्रत्याशी नहीं बनाया, जिसके चलते वे पार्टी से नाराज थे। शायद इसी वजह से उन्होंने इस्तीफा दिया है।
मध्य प्रदेश से ऊपरी सदन के सांसद ने अपना इस्तीफा भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा को भेजा है। सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपना इस्तीफा पोस्ट किया। भाजपा ने उन्हें मार्च 2018 में राज्यसभा के लिए नामित किया था। राज्यसभा सदस्य तौर पर उनका कार्यकाल दो अप्रैल को खत्म होने वाला था। जेपी नड्डा को लिखे एक लाइन के पत्र में उन्होंने कहा, 'मैं पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं।'
ज्ञातव्य है कि पत्रकारों से बातचीत के दौरान सिंह ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी द्वारा उम्मीदवारों के चयन प्रक्रिया को लेकर नाराजगी जाहिर की थी। उन्होंने कहा था कि हालांकि वह सीधी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन पार्टी ने वहां से राजेश मिश्रा को मैदान में उतारा है। अटकलें हैं कि इसी बात से नाराज होकर उन्हें बीजेपी से इस्तीफा दे दिया।
इस्तीफा देने के बाद सिंह ने पीटीआई से कहा, भाजपा की कथनी-करनी में अंतर है। आज के दौर की पार्टी को मैं अपने उपयुक्त नहीं पाता हूं। गौरतलब है कि कुछ समय पूर्व ही भाजपा ने मध्य प्रदेश की 29 सीटों के लिए उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया था। जिसमें पार्टी ने सीधी लोकसभा से राजेश मिश्रा, छिंदवाड़ा से बंटी साहू, बालाघाट से भारती पथरी को उम्मीदवार बनाया है। पार्टी छोड़ने से पहले राज्यसभा सांसद ने लोकसभा चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की थी। माना जा रहा है कि अब वे निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर सीधी से चुनाव लड़ सकते हैं।