चुनाव आयोग से मिला भाजपा प्रतिनिधिमंडल, राहुल गाँधी के बयानों की शिकायत के साथ रोक लगाने की माँग

नई दिल्ली । लोकसभा चुनाव 2024 के लिए 3 सप्ताह बाद मतदान प्रक्रिया चरणबद्ध तरीके से शुरू होने वाली है। इससे पहले चुनाव लड़ रही पार्टियों ने मतदाताओं को आकर्षित करने के लिए चुनावी सभाओं का आयोजन करना शुरू कर लिया है। इन सभाओं में उम्मीदवारों द्वारा एक दूसरे पर जमकर कीचड़ उछाला जा रहा है। ऐसे में इसकी शिकायतें चुनाव आयोग तक की जा रही हैं। आज भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग से मुलाकात की और उससे कांग्रेस नेता राहुल गाँधी के बयानों की शिकायत की। इस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व केन्द्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने किया।

भाजपा ने राहुल गांधी द्वारा लगातार और बार-बार इस तरह के बयान देने का हवाला देते हुए चुनाव आयोग से नोटिस देने की बजाय कठोर कार्रवाई करने की मांग की है। भाजपा ने आयोग से राहुल गांधी के भाषण पर रोक लगाने की भी मांग की है।

चुनाव आयोग से मुलाकात के बाद मीडिया से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि उन्होंने चुनाव आयोग के सामने कई बातें रखी है। रविवार को दिल्ली के रामलीला मैदान में विपक्षी गठबंधन की रैली में राहुल गांधी ने कहा था कि लोकसभा चुनाव एक फिक्स्ड मैच की तरह है, केंद्र सरकार ने चुनाव आयोग में अपने व्यक्ति बैठा दिए हैं। राहुल गांधी ने ईवीएम के मिसयूज़ को लेकर भी बातें कही, जबकि, चुनाव आयोग कई बार यह कह चुका है कि ईवीएम को टेम्पर नहीं किया जा सकता है।

पुरी ने राहुल गांधी के बयान की आलोचना जारी रखते हुए आगे कहा कि उन्होंने भाजपा पर संविधान और लोगों को मिले संवैधानिक अधिकारों को छीनने का गलत आरोप लगाया। राहुल गांधी ने देश के टुकड़े-टुकड़े होने और देश में आग लगने की बात भी कही, जो आपत्तिजनक है।

उन्होंने कहा कि राहुल गांधी हताशा में इस तरह के बयान दे रहे हैं। पुरी ने आगे बताया कि उन्होंने पश्चिम बंगाल में टीएमसी सरकार के रवैए की भी चुनाव आयोग से शिकायत की है।

वहीं, भाजपा राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने कहा कि राहुल गांधी बार-बार लगातार संवैधानिक संस्थाओं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ असंसदीय बयान दे रहे हैं। वह इस तरह के बयान पचासों बार दे चुके हैं इसलिए चुनाव आयोग को उनके भाषण देने पर रोक लगा देनी चाहिए।