कोलकाता। पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव का माहौल अब पार्टी नेताओं द्वारा आपसी आरोप प्रत्यारोप का में बदल चुका है। आज एक तरफ जहाँ पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भाजपा के नेता प्रधानमंत्री मोदी पर हमला करती नजर आईं, वहीं दूसरी ओर प्रधानमंत्री मोदी अपनी पार्टी के उम्मीदवार को जिताने के लिए बैरकपुर में जनता से यह कहते नजर आए कि तृणमूल के गुंडे संदेशखाली की महिलाओं को डरा धमका रहे हैं और शिकायतें वापस लेने के लिए दबाव बना रहे हैं।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संदेशखाली मुद्दे पर झूठ फैलाने के बजाय पश्चिम बंगाल के राज्यपाल को बदल देना चाहिए।
रविवार को उत्तर 24 परगना जिले के बैरकपुर लोकसभा क्षेत्र में तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार पार्थ भौमिक के समर्थन में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री संदेशखाली मुद्दे पर लगातार झूठ बोल रहे हैं। प्रधानमंत्री का प्रतिनिधि कोलकाता के राजभवन में है। महिलाएं वहां जाने से डरती हैं। राज्यपाल के कुछ कार्यों के संबंध में आई खबरों के कारण मैं भी राजभवन में प्रवेश नहीं कर सकती। मैं संवैधानिक संकट का सामना कर रही हूं। इसलिए प्रधानमंत्री को राज्यपाल सीवी आनंद बोस को बदल देना चाहिए।
इससे पहले, प्रधानमंत्री ने बैरकपुर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते
हुए संदेशखाली में कुछ महिलाओं द्वारा यौन उत्पीड़न की शिकायतों को वापस
लेने का जिक्र किया था।
प्रधानमंत्री ने कहा कि संदेशखाली में अब एक
नया खेल चल रहा है। तृणमूल के 'गुंडे' प्रदर्शनकारी महिलाओं को अपनी
शिकायत वापस लेने की धमकी दे रहे हैं, क्योंकि मामले का मुख्य आरोपी टीएमसी
नेता शेख शाहजहां है। तृणमूल कांग्रेस उसे क्लीन चिट देना चाहती है। राज्य
सरकार शुरू से ही उसे बचाने की कोशिश कर रही है।