पक्षियों की मौत का सिलसिला जारी, दिल्ली में अब तक 1,216 और राजस्थान में 5,759 परिंदों की हुई मौत

देश की राजधानी दिल्ली सहित अन्य राज्यों में बर्ड फ्लू का असर भले ही कम हो गया हो, मगर पक्षियों के मरने का सिलसिला बदस्तूर जारी है। मंगलवार तक दिल्ली में ही 1,216 पक्षियों की मौत हो चुकी है। अब तक 158 नमूने जांच के लिए भेजे गए हैं, जिनमें से 46 की रिपोर्ट आ चुकी है। दिल्ली सरकार की ओर से जारी हेल्पलाइन नंबर पर मंगलवार की शाम तक कुल 742 लोग कॉल कर चुके थे। हालांकि, कॉल करने वालों में अधिकतर वे लोग थे, जिनको बर्ड फ्लू से बचाव के लिए सलाह लेनी थी। इससे पहले पक्षियों के मरने की सूचना संबंधी कॉल ज्यादा आ रहीं थी।

उधर, लाल किला परिसर से भेजे गए एक कौए के नमूने में बर्ड फ्लू मिला है। जिसके बाद स्मारक भवन में लोगों के प्रवेश पर पाबंदी लगा दी गई है। दिल्ली सरकार के पशुपालन विभाग के निदेशक राकेश सिंह ने बताया कि एहतियात के तौर पर लाल किले को दर्शकों के लिए 19 से 26 जनवरी तक बंद कर दिया गया है। वहीं शनिवार को दिल्ली चिड़ियाघर के एक मृत उल्लू के नमूनों की जांच में उसके भी बर्ड फ्लू से ग्रस्त होने की पुष्टि हुई है। दिल्ली सरकार ने बर्ड फ्लू के मद्देनजर शहर के बाहर से आने वाले प्रसंस्कृत और पैक्ड चिकन की बिक्री पर रोक लगा दी थी और पूर्वी दिल्ली में स्थित गाजीपुर मुर्गा मंडी को बंद करने का आदेश दिया था। बहरहाल, गुरुवार को गाजीपुर से लिए गए सभी 100 नमूनों की जांच रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद मंडी को फिर से खोल दिया गया।

उधर, उत्तराखंड में अब तक 871 पक्षियों की मौत हो चुकी है। उत्तराखंड में बर्ड फ्लू की दस्तक के बाद से अब तक 871 पक्षियों की मौत हो चुकी है। इनमें सर्वाधिक कौए ही हैं, जिनकी संख्या 754 हो गई है। हालांकि, पिछले चार दिन से पक्षियों की मौत के मामलों में कमी आई है। मंगलवार को प्रदेश में कुल 49 पक्षियों की मौत हुई, जिनमें 37 कौए हैं। इसमें भी 32 कौओं की मौत देहरादून वन प्रभाग में हुई है।

राजस्थान के 17 जिलों में मंगलवार को 219 पक्षियों की और मौत हो गई। इसके साथ ही समूचे प्रदेश में तीन हफ्तों में पक्षियों की मौत का आंकड़ा 5,759 हो गया है।

हिमाचल प्रदेश के कालका-शिमला नेशनल हाईवे पर अलग-अलग चार स्थानों पर मृत मिले मुर्गो में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है। राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशुरोग संस्थान (आइसीएआर) भोपाल से पशुपालन विभाग को मिली रिपोर्ट में इसका पता चला है। ऐसे में हिमाचल प्रदेश में अन्य राज्यों से मुर्गे लाने पर प्रतिबंध का समय बढ़ा दिया है।

पंजाब के रोपड़ जिले में भी बर्ड फ्लू ने दस्तक दे दी है। एनआरडीडीएल (नार्थ रीजनल डिसीसिज डायग्नोस्टिक लैब) के प्रभारी ने बताया कि कुछ दिन पहले रोपड़ से वन विभाग ने मृत प्रवासी पक्षी बार हैड गोश को जांच के लिए लैब में भेजा था। सैंपल को जांच और पुष्टि के लिए भोपाल स्थित राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशुरोग संस्थान में भेजा था। वहां बर्ड फ्लू होने की पुष्टि हुई है। उधर, नगरोटा सूरियां में मंगलवार को 10 परिंदों की मौत हो गई।