बिहार में बाढ़ के कारण बढ़ा मौत का आंकड़ा, यूपी में बारिश की वजह से छह और लोगों की मौत

बिहार में पिछले एक हफ्ते से जारी मूसलाधार बारिश से मरने वालों की संख्या बढकर 73 हो गयी जबकि 9 अन्य घायल हुए हैं। इसके अलावा आज और कल मौसम विभाग की तरफ से पटना और आसपास के क्षेत्र में तेज बारिश का अनुमान जताया गया है। 27 सितम्बर से 30 सितम्बर तक राज्य में अप्रत्याशित वर्षा होने एवं नदियों के जल स्तर में वृद्धि होने से पटना, भोजपुर, भागलपुर, नवादा, नालन्दा, खगड़िया, समस्तीपुर, लखीसराय, बेगूसराय, वैशाली, बक्सर, कटिहार, जहानाबाद अरवल एवं दरभंगा जिले मुख्य रूप से बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। पटना, वैशाली, बेगूसराय और खगड़िया समेत आसपास के इलाकों में मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। पटना में बीते कुछ दिनों से लगातार बारिश हो रही थी, जिसकी वजह से शहर में पानी भर गया है। अभी दो दिन से बारिश तो नहीं हुई लेकिन पानी जम गया है जो मुश्किलें पैदा कर रहा है।

बिहार में बाढ़ पीड़ितों के सहायतार्थ 45 राहत शिविर एवं 324 सामुदायिक रसोई का संचालन किया जा रहा है। कुल 1,124 सरकारी एवं निजी नावों का संचालन किया जा रहा है। इन जिलों में बाढ़ से प्रभावित व्यक्तियों को एसडीआरएफ और एनडीआरएफ टीमों के सहयोग से सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है। आबादी निष्क्रमन तथा राहत एवं बचाव कार्यों के निमित्त एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की कुल 23 टीमों को लगाया गया है। इसमें जिसमें गुवाहाटी से बुलाये गये एनडीआरएफ के अतिरिक्त 4 टीमें शामिल हैं।

पटना और आसपास के क्षेत्र में प्रशासन की तरफ से लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है। राज्य सरकार के अनुसार, बिहार में इस वक्त 6 NDRF की टीमें, 2 SDRF की टीमें मौजूद हैं। इसके अलावा 10 हजार से अधिक लोगों को रेस्क्यू किया जा चुका है। पटना शहर के जल-जमाव वालं क्षेत्रों में प्रभावितों के बीच वायुसेना के दो हेलिकॉप्टर से फूड पैकेट्स गिराये जाने का सिलसिला आज भी जारी रहा। फूड पैकेट में चुड़ा, गुड़, मोमबत्ती, दीया-सलाई, पानी का बोतल एवं आलू शामिल हैं। लगभग 7,500 फूड पैकेट गिराया गया है। इसके अलावा पटना जिला प्रशासन के द्वारा पेयजल, फूड पैकेट एवं दुग्ध का वितरण भी कराया जा रहा है तथा 02 स्थानों पर निःशुल्क सामुदायिक रसोई का संचालन किया जा रहा है। पटना जिला प्रशासन द्वारा अब तक 13,450 पानी का बोतल, 15,000 दूध का पैकेट एवं 13,520 फूड पैकेट का वितरण किया जा चुका है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जल-जमाव वाले क्षेत्रों में चिकित्सा व्यवस्था के लिए 20 चिकित्सा दलों को एम्बुलेंस एवं जीवन रक्षक दवाओं के साथ प्रतिनियुक्त किया गया है।

उत्तर प्रदेश में मृतकों की संख्या बढ़कर 117 हुई

वहीं उत्तर प्रदेश में बारिश से संबंधित घटनाओं में छह और लोगों की मौत हो जाने से राज्य में मृतकों की संख्या बढ़कर 117 हो गई है। इसके साथ ही 2,300 से अधिक कच्चे मकानों को नुकसान पहुंचा है। मौसम विभाग ने गुरुवार को उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश की भविष्यवाणी की है। इससे पहले मौसम विभाग ने बुधवार को बताया कि कुंडा (प्रतापगढ) में सबसे अधिक 13 सेंटीमीटर बारिश हुई। मंझानपुर (कौशाम्बी) में दस, बांदा में छह, डलमउ, बिन्दकी, फतेहपुर और कर्वी में पांच-पांच सेंटीमीटर, महोबा में 11, झांसी में सात और उरई में छह सेंटीमीटर बारिश रिकार्ड की गई।