लोकसभा चुनाव 2019 : शत्रुघ्न सिन्हा को पटना साहिब से टिकट न मिलने के पीछे रही ये 3 वजह

भाजपा (BJP) नेतृत्व के खिलाफ शत्रुघ्न सिन्हा (Shatrughan Sinha) का हमलावर रुख एवं पार्टी विरोधी गतिविधियां उनके खिलाफ गई हैं। भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Election 2019) के लिए पटना साहिब सीट से शत्रुघ्न सिन्हा (Shatrughan Sinha) को टिकट नहीं दिया है। भाजपा ने इस बार इस सीट से केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद को टिकट दिया है। हालाकि चर्चा यह भी है कि शत्रुघ्न सिन्हा कांग्रेस के टिकट पर इस सीट पर चुनाव लड़ सकते हैं। अगर शत्रुघ्न सिन्हा (Shatrughan Sinha) इस सीट से कांग्रेस (Congress) या आरजेडी (RJD) के टिकट पर चुनावी ताल ठोक देते हैं तो यहां मुकाबला दिलचस्प हो सकता है। शत्रुघ्न सिन्हा (Shatrughan Sinha) और रविशंकर प्रसाद (Ravi Shankar Prasad) दोनों कायस्थ बिरादरी से आते हैं। शत्रुघ्न (Shatrughan Sinha) दो बार इस सीट से सांसद रह चुके हैं और इसका लाभ उन्हें मिल सकता है। रविशंकर प्रसाद पहली बार इस सीट पर लोकसभा चुनाव लड़ेंगे इसलिए उनके लिए यहां चुनौतियां ज्यादा होंगी।

दरहसल, पटना साहिब सीट बीजेपी के लिए अनुकूल मानी जाती है और सीट पर भाजपा को आसानी से जीत मिल सकती है. इस सीट पर कायस्थ वोट बड़ी संख्या में हैं जो परंपरागत रूप से भाजपा को वोट करते हैं।

शत्रुघ्न सिन्हा के टिकट न मिलने की ये रही वजहें

- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर लगातार तीखे हमले किए, सरकार की नीतियों की आलोचना की और उसे कठघरे में खड़ा किया

- भाजपा के बागी यशवंत सिन्हा और अरुण शौरी के साथ आना भारी पड़ा, बिहार भाजपा के नेताओं के निशाने पर रहे

- कोलकाता में ममता बनर्जी और दिल्ली में आप की रैली में शामिल हुए

PM मोदी पर शत्रुघ्न सिन्हा का तंज

हाल ही में पीएम मोदी (PM Modi) के महागठबंधन को 'महामिलावट' कहने पर तंज कसते हुए शत्रुघ्न सिन्हा (Shatrughan Sinha) ने ट्वीट कर कहा, "सरजी, आपके अनुसार 20 से ज्यादा पार्टियां 'महामिलावट' हैं, लेकिन आपको 40 से ज्यादा दल सपोर्ट कर रहे हैं। आप इसे क्या कहेंगे? 'महागिरावट'। शत्रुघ्न सिन्हा (Shatrughan Sinha) ने आगे लिखा, यही समय है जब आप अपने सभी या कुछ वादों को पूरा कर वादों और प्रदर्शन के बीच की खाई पाटें।" पीएम मोदी से सवाल पूछते हुए सिन्हा ने लिखा, '100 स्मार्ट शहरों का क्या हुआ? क्या किसी एक का नाम बता सकते हैं?। अगर ताली कप्तान को मिलती है तो गाली भी कप्तान की है'। आपको बता दे पिछले हफ्ते भी शत्रुघ्न सिन्हा ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए उनसे कम से कम एक प्रेस कांफ्रेंस कर सवालों का सामना करने की अपील की थी। शत्रुघ्न सिन्हा ने ट्वीट कर कहा था, सर, चुनाव की तिथि घोषित हो गई है, अब तो कम से कम एक ऐसी स्वतंत्र और निष्पक्ष प्रेस कांफ्रेंस कर दीजिए, जिसका सेशन बनावटी न हो। साथ ही यह प्रेस कांफ्रेंस राग दरबारी और सरकारी मानसिकता वाला मीडिया न करे। नहीं तो आप लोकतांत्रिक दुनिया के इतिहास में एक ऐसे प्रधानमंत्री के रूप में नीचे गिर जाएंगे, जिनके कार्यकाल में एक भी प्रश्नोत्तर सत्र नहीं हुआ।