बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election 2020) के नतीजे आने के बाद अब सरकार बनाने की कवायद जारी है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई में NDA ने 243 विधानसभा सीटों वाली विधानसभा में 125 सीटें हासिल की हैं। वहीं, राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेतृत्व वाले महागठबंधन ने 110 सीटों पर जीत हासिल की है। 8 सीटें अन्य के खाते में गई हैं। बहुमत न मिलने के बाद भी RJD के तेजस्वी यादव ने गुरुवार को दावा किया कि बिहार में उनकी ही सरकार बनेगी। यदि वाकई में ऐसा है तो यह कैसे संभव है?
बिहार विधानसभा में बहुमत के लिए 122 सीटों की जरूरत होती है। महागठबंधन के पास इस समय सिर्फ 110 सीटें हैं। अगर राजद को सरकार बनानी है तो उसे बहुमत के लिए कम से कम 12 विधायकों के समर्थन की जरूरत होगी। ऐसे में महागठबंधन के पास सरकार बनाने के 4 विकल्प हैं।
ये है विकल्पपहला विकल्पतेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनने के लिए सबसे पहले दूसरी पार्टियों के 8 विधायकों को साथ लाना होगा। इसके बाद अगर वे नीतीश से नाराज रहे पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी की पार्टी हम के 4 विधायकों का साथ पा लेते हैं तो उनकी सरकार बन सकती है।
महागठबंधन (110) + अन्य पार्टियां (8) + हम (4) = 122
दूसरा विकल्पतेजस्वी यादव अगर VIP के मुकेश सहनी को मंत्रिमंडल में अच्छे पद का भरोसा देते हैं तो उनका समर्थन ले सकते हैं। अगर दूसरी पार्टियां उनके साथ ही रहती हैं तो यह स्थिति बनेगीः
महागठबंधन (110) + अन्य पार्टियां (8) + VIP (4) = 122
तीसरा विकल्पNDA में शामिल हम और VIP तेजस्वी यादव के महागठबंधन को सपोर्ट देते हैं और अन्य पार्टियों के 8 में से कम से कम 4 विधायकों का उन्हें सपोर्ट मिलता है।
महागठबंधन (110) + हम (4) + VIP (4) + अन्य पार्टियां (4) = 122
चौथा विकल्पनीतीश इस समय भाजपा से नाराज हैं, क्योंकि उसने चिराग पासवान की LJP को रोकने के लिए गंभीर प्रयास नहीं किए। इससे नीतीश की JD(U) को 36 सीटों का नुकसान उठाना पड़ा। यदि नाराज नीतीश NDA तोड़कर महागठबंधन के साथ जाते हैं तो यह एक विकल्प बन सकता हैः
महागठबंधन (110) + JD (U) (43) = 153
ममता बनर्जी ने की तेजस्वी की फोन पर बातबिहार में सियासी घमासान के बीच पश्चिमी बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आरजेडी और महागठबंधन के नेता तेजस्वी यादव से फोन पर बातचीत की है। इस दौरान आरजेडी नेता ने उन्हें बताया कि हमारी 130 सीटों पर जीत हुई है, लेकिन मुझे जबरन हराया गया है। वहीं, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तेजस्वी को अपनी लड़ाई जारी रखने की सलाह देते हुए उनके साथ हो रही धोखेबाजी को गलत करार दिया है।
तेजस्वी ने कही ये बातराष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि मैं नतमस्तक होकर बिहार की जनता को धन्यवाद देना चाहता हूं। जनता ने अपना फैसला सुनाया और चुनाव आयोग ने अपना नतीजा सुनाया। जनता का फैसला महागठबंधन के पक्ष में है, लेकिन चुनाव आयोग का नतीजा एनडीए के पक्ष में है। इसके अलावा तेजस्वी ने सीएम नीतीश पर तंज कसते हुए कहा कि अब तक सामने नहीं आये हैं। ऐसा लगता है फिर से क्वारंटाइन हो गए हैं। तेजस्वी ने बिहार की जनता को धन्यवाद देते हुए कहा कि भले छल कपट से लोग सत्ता की कुर्सी पर बैठ जाएं, लेकिन लोगों ने हमें दिल में बिठाया है।