लापरवाही / पिता के कंधे पर ऑक्सीजन सिलेंडर, मां नवजात को ट्रे में लेकर भटकती रही, कागजी कार्रवाई ने ले ली जान

बिहार के बक्सर में अस्पताल की लापरवाही ने एक नवजात बच्चे की जान ले ली। दरअसल, राजपुर के सखुआना गांव के निवासी सुमन कुमार ने अपनी पत्नी को प्रसव के लिए बक्सर सदर हॉस्पिटल में भर्ती कराया था, लेकिन हॉस्पिटल के कर्मचारियों ने प्रसव कराने से इनकार कर दिया, जिसके बाद वो अपनी पत्नी को निजी हॉस्पिटल लेकर चला गया। वहां डिलीवरी तो हुई, लेकिन नवजात को सांस लेने में तकलीफ होने पर कर्मियों ने पिता के कंधे पर ऑक्सीजन का सिलेंडर और प्रसूता को ट्रे में नवजात को देकर सदर हॉस्पिटल का रास्ता दिखा दिया। 18 किमी की दूरी तय कर लाचार दंपति सदर हॉस्पिटल पहुंचे, जहां कागजी कार्रवाई पूरी करते-करते डेढ़ घंटे लग गए और इस बीच नवजात ने दम तोड़ दिया।

आपको बता दे, यह इलाका किसी और का नहीं, बल्कि केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे का संसदीय क्षेत्र है। बक्सर के सदर हॉस्पिटल में यह घटना 23 जुलाई की है।

हॉस्पिटल प्रशासन की लापरवाही यहीं नहीं रूकी, शव के साथ दपंति को घर भेजने के लिए हॉस्पिटल प्रशासन की तरफ से कोई इंतजाम तक नहीं किया गया। इस दौरान सदर हॉस्पिटल में ही मौजूद किसी व्यक्ति ने इस घटना की दो तस्वीर खींचकर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दीं। इससे ये मामला सामने आ सका। बहरहाल, इस घटना के बाद जिलाधिकारी अमन सरीन ने पूरे मामले में जांच के आदेश दे दिए हैं।