बेंगलूरू। 3000 महिलाओं के साथ यौन उत्पीड़न करने वाला जनता दल सेक्युलर का सांसद और देश के पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा का पोता प्रज्वल रेवन्ना भारत आते ही अरेस्ट कर लिया जाएगा। हालांकि उसकी गिरफ्तारी कब और कैसे होगी। इसका फैसला विशेष जांच दल (एसआईटी) द्वारा लिया जाएगा। इस बात की जानकारी सूबे के गृह मंत्री डॉ. जी परमेश्वर ने मंगलवार को मीडिया को दी।
गौरतलब है कि सोमवार को एक वीडियो जारी कर प्रज्वल रेवन्ना ने दावा किया था कि वह 31 मई को एसआईटी के सामने पेश होगा। प्रज्वल की गिरफ्तारी के संबंध में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए गृहमंत्री ने कहा, “एसआईटी यह तय करेगी कि भारतीय हवाईअड्डे पर उतरने के तुरंत बाद प्रज्वल रेवन्ना को गिरफ्तार किया जाए या नहीं।”
यह पूछे जाने पर कि क्या प्रज्वल को गिरफ्तार करने में देर हो रही है, परमेश्वर ने कहा,“ एक प्रक्रिया होती है, हम बस जाकर उसे गिरफ्तार नहीं कर सकते और वापस नहीं ला सकते। मुझे नहीं पता कि किस बात ने उसे वीडियो जारी करने के लिए प्रेरित किया। हम देखेंगे कि 31 मई को क्या होता है। अगर वह नहीं आते हैं, तो अगली प्रक्रिया शुरू की जाएगी।”
गृहमंत्री परमेश्वर ने कहा, “हमने सभी आवश्यक कदम उठाए हैं। केंद्र सरकार को लिखा है, वारंट जारी किया गया है और विदेश मंत्रालय को सूचित किया गया है। ब्लू कॉर्नर नोटिस भी जारी कर दिया गया है। यदि वह वापस नहीं आता है, तो उसका पता लगाया जाएगा और इंटरपोल हस्तक्षेप करेगा।”
ज्ञातव्य है कि हाल ही में जारी किए गए वीडियो में प्रज्वल रेवन्ना ने परिवार के सदस्यों और जेडीएस के कार्यकर्ताओं से माफी मांगी थी। उसने कहा था कि मेरे खिलाफ राजनीतिक साजिश रची गई है। रेवन्ना ने दावा किया था कि यह
साजिश उनके खिलाफ विपक्ष के लोगों और कुछ स्थानीय नेताओं ने रची है। उन्होंने कहा कि इसके चलते मैं डिप्रेशन में चला गया था और अकेला था। अब मैं अदालत के सामने पेश हो जाऊंगा। इसके साथ ही उन्होंने अपने परिजनों से माफी भी मांगी थी। इस केस में एसआईटी ने प्रज्वल की मां भवानी रेवन्ना को भी नोटिस जारी किया है, जिन्होंने अब अग्रिम बेल के लिए अर्जी दाखिल की है।