प्रदेश में भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत दो तिहाई जनसंख्या को निशुःल्क इन्डोर उपचार की सुविधा उपलब्ध करवायी जा रही है। भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना में राजकीय चिकित्सालयों के साथ ही राज्य के 707 मल्टीस्पेशिलिटी निजी चिकित्सालयों में भी गरीब-निर्धन परिवार के रोगियों को निःशुल्क एवं बेहतर उपचार उनके घर के नजदीक की उपलब्ध कराया जा रही है। इस योजना के तहत 18 लाख 42 हजार से अधिक रोगियों हेतु निःशुल्क उपचार सेवाओं में 1153 करोड़ रुपये व्यय किये जा चुके हैं।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री कालीचरण सराफ ने बताया कि मुख्यमंत्री बीपीएल जीवन रक्षा कोष योजना वर्ष 2009 में राज्य के बीपीएल परिवारों के मरीजों को निःशुल्क चिकित्सा सुविधा प्रदान करने हेतु प्रारम्भ की गयी एवं इस योजना में निःशुल्क चिकित्सा सुविधा राज्य के राजकीय चिकित्सालयों में ही उपलब्ध करवाई जा रही थी।
श्री सराफ ने बताया कि 13 दिसम्बर, 2015 से भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना राज्य में प्रारम्भ कर लगभग 67 प्रतिशत आबादी को इन्डोर उपचार की कैशलेस सुविधा प्रदान की जा रही है। उन्होंने बताया कि किसी रोग के उपचार का पैकेज भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना में उपलब्ध नहीं होने की स्थिति में संबंधित रोगी के लिए भी समुचित व्यवस्था की जा रही है। कोई भी बीपीएल रोगी निःशुल्क उपचार से वंचित ना रहे, इस संबंध में समस्त चिकित्सा संस्थानों को दिशा-निर्देश जारी किये जा चुके हैं।
उल्लेखनीय है कि एमएमजेआरके योजना के प्रारम्भ होने के पश्चात राज्य में सभी रोगियों को निःशुल्क दवा व जांच की सुविधा प्रदान करने हेतु निशुल्क दवा योजना व निःशुल्क जांच योजना तथा बीएसबीवाई योजनाएं सचांलित की गई। इनके तहत राज्य के राजकीय चिकित्सालयों में आने वाले सभी रोगियों को ओपीडी एवं आईपीडी के तहत निःशुल्क दवा एवं जांच की सुविधा प्रदान की जा रही है। एमएमजेआरके योजना बंद होने के पश्चात भी योजना की सभी लाभार्थी श्रेणी के रोगियों को राज्य सरकार की तीनों योजनाओं निशःुल्क दवा योजना व निःशुल्क जांच योजना एवं भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना में पूर्व की भांति समस्त उपचार निःशुल्क प्रदान करवाया जा रहा है।