राजस्थान सरकार करवा रही हैं भागवत कथा का आयोजन, सभी पार्टियों के नेताओं को दिया गया निमंत्रण

आप सभी ने भागवत कथा का आनंद तो लिया ही होगा जो ज्यादातर निजी तौर पर ही आयोजित की जाती हैं। लेकिन इस बार राजस्थान के जयपुर में कांग्रेस सरकार इसका आयोजन करा रही हैं जो महाशिवरात्रि से सात दिन तक चलेगी। कांग्रेस राज में यह पहला मौका है, जब सरकारी विभाग इस तरह का आयोजन करने जा रहा है। देवस्थान विभाग तीन निजी संस्थाओं के सहयोग से भागवत कथा करवाने जा रहा है। देवस्थान मंत्री शकुंतला रावत ने कहा कि प्रदेश की सुख-शांति के लिए यह आयोजन करवा रहे हैं। हांलाकि भागवत कथा को कांग्रेस की सियासी नरेटिव बदलने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है। हिंदू वोटों को पक्ष में करने के ​हिसाब से इसे एक शुरुआत बता रहे हैं।

जयपुर में जलमहल के सामने बलदेवजी मंदिर में भागवत कथा होगी। कई मंत्री और नेता भी इसमें शामिल होंगे। मुख्यमंत्री से लेकर मंत्री और प्रमुख नेताओं को इस भागवत कथा का निमंत्रण दिया गया है। भागवत कथा का निमंत्रण सभी पार्टियों के नेताओं को दिया है। मंत्री, विधायकों और कांग्रेस नेताओं के साथ बीजेपी के नेताओं को भी भागवत कथा का निमंत्रण भेजा है। देवस्थान मंत्री ने कहा कि यह राजनीतिक नहीं धार्मिक कार्यक्रम है, इसलिए इसमें हर पार्टी के नेता से लेकर आम आदमी तक आ सकते हैं।

यह भागवत कथा महाशिवरात्रि के दिन 1 मार्च से शुरू होकर 7 मार्च तक चलेगी। 7 मार्च को समापन पर प्रसादी वितरण का भी कार्यक्रम है। कलश यात्रा के साथ भागवत कथा की शुरुआत होगी। उद्योग और देवस्थान मंत्री शकुंतला रावत भागवत कथा की शुरुआत वाले दिन कलश यात्रा में शामिल होंगी। बीजेपी और हिंदूवादी संगठन कांग्रेस पर तुष्टिकरण के आरोप लगाते रहे हैं, भागवत कथा जैसे आयोजनों को उन आरोपों के जवाब के तौर पर पेश करने की रणनीति है।