बंगाल: बसिरहाट में कार्यकर्ताओं की हत्या, BJP आज मनाएगी 'काला दिवस', बंद का भी ऐलान

लोकसभा चुनाव खत्म होने के बाद भी पश्चिम बंगाल में राजनीतिक हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। राज्य के नॉर्थ 24 उत्तर परगना जिले के संदेशखाली में शनिवार को टीएमसी-बीजेपी (TMC-BJP) कार्यकर्ताओं के बीच आपसी झड़प में कार्यकर्ताओं की हत्या के विरोध में बीजेपी आज पूरे राज्य में 'काला दिवस' मनाएगी। इसके साथ बसिरहाट में 12 घंटे के बंद का ऐलान भी किया है। इससे पहले रविवार को पश्चिम बंगाल में बीजेपी ने मारे गए कार्यकर्ताओं की शोकयात्रा निकाली, शोकयात्रा में सांसद और प्रदेश बीजेपी के चीफ दिलीप घोष, हुगली की सांसद लॉकेट चटर्जी, राहुल सिन्हा और अन्य नेता शामिल थे। बीजेपी नेता कार्यकर्ताओं के पार्थिव शव कोलकाता स्थित पार्टी मुख्यालय ले जाना चाहते थे लेकिन पुलिस ने रोक दिया। इसके बाद बीजेपी कार्यकर्ताओं और पुलिस में झड़प भी हुई। पार्टी नेता लॉकेट चटर्जी ने कहा, ''मारे गए कार्यकर्ताओं के परिवार वाले पार्टी मुख्यालय में शव ले जाना चाहते हैं। लेकिन ममता बनर्जी की पुलिस हमें यह कहकर रोक रही है कि अंतिम संस्कार गांव में होगा। अगर पुलिस ने हमें नहीं छोड़ा तो सड़क पर ही अंतिम संस्कार किया जाएगा।''

गौरतलब है कि बसिरहाट में शनिवार शाम दोनों पार्टियों के कार्यकर्ताओं में झंडा हटाने को लेकर विवाद हुआ था। इसके बाद हिंसा में बीजेपी के 3 और टीएमसी के एक कार्यकर्ता की मौत हुई है।

फूंका ममता का पुतला

वहीं हावड़ा में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तस्वीर पर जूते चलाए और पुतला फूंका। पार्टी कार्यकर्ताओं की हत्या के बाद उन्होंने हावड़ा रेलवे स्टेशन के पास जसोर रोड को ब्लॉक कर दिया। शाम को उन्होंने कैमरे के सामने जय श्री राम के नारे लगाए और सीएम ममता का पुतला फूंका।

गृह मंत्रालय की एडवाइज़री, PM को रिपोर्ट सौंपेगे राज्यपाल

लोकसभा चुनाव के बाद भी हिंसा की आशंका जताते हुए गृह मंत्रालय ने एडवाइज़री जारी की थी। हालांकि, बंगाल सरकार इसे नकार रही है और कह रही है कि राज्य के हालात काबू में हैं। इसी बीच पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलेंगे और उन्हें राज्य में हो रही हिंसा की रिपोर्ट सौपेंगे। आज वह पीएम से मुलाकात भी कर सकते हैं। उधर केंद्र सरकार ने पश्चिम बंगाल में जारी हिंसा पर रविवार को गहरी चिंता जताते हुए कहा कि लोकसभा चुनावों के बाद भी हिंसा राज्य सरकार की नाकामी लगती है। पश्चिम बंगाल सरकार को दिये परामर्श में गृह मंत्रालय ने उससे कानून व्यवस्था, शांति और सार्वजनिक अमन बनाये रखने को कहा है।

अमन चैन बनाए रखने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए ममता सरकार- गृह मंत्रालय

परामर्श में कहा गया है कि पिछले कुछ सप्ताहों में जारी हिंसा राज्य में कानून व्यवस्था बनाये रखने और जनता में विश्वास कायम करने में राज्य के कानून प्रवर्तन तंत्र की नाकामी लगती है। परामर्श के मुताबिक यह सुनिश्चित करने की पुरजोर सलाह दी गयी है कि कानून व्यवस्था, शांति और सार्वजनिक अमन चैन बनाये रखने के लिए सभी जरूरी कदम उठाये जाएं।

इसमें कहा गया है कि अपनी जिम्मेदारी निभाने में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई का अनुरोध किया जाता है। गृह मंत्रालय के अनुसार ताजा रिपोर्ट इशारा करती हैं कि शनिवार को उत्तरी 24 परगना जिले में चुनाव बाद हुए संघर्ष में चार लोग मारे गए। एक अधिकारी ने परामर्श के हवाले से कहा कि इससे पहले भी पश्चिम बंगाल के अनेक हिस्सों में हिंसा और लोगों के मारे जाने की खबरें आई हैं।