आर्थिक मंदी पर बाबा रामदेव की सरकार को सलाह - महंगाई और रोजगार पर काम करे

आर्थिक मोर्चे पर मोदी सरकार को लगातार झटके पर झटके लग रहे हैं। दुनिया की कई बड़ी एजेंसियों ने भारत की GDP के अनुमान को घटाया है। भारत की जीडीपी एक वक्त लगातार 7% से तेज चल रही थी, वो अनुमान अब 5% के नीचे चला गया है। इस बात को लेकर विपक्ष केंद्र सरकार को लगातार निशाने पर ले रहा है। वहीं अब योग गुरु बाबा रामदेव ने भी सरकार को सलाह दे ही दी। बाबा रामदेव शुक्रवार को बयान दिया कि सरकार को महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दे पर काम करना चाहिए। रामदेव ने कहा कि अभी देश में महंगाई और बेरोजगारी पर काम करना जरूरी है। हालाकि, इसके साथ ही बाबा रामदेव ने विपक्ष को भी निशाने पर लेते हुए कहा कि उन्हें देश का फायदा देखना चाहिए और हर मुद्दे में राजनीति नहीं करनी चाहिए। एक वक्त था जब देश में लाखों-करोड़ों रुपये के घोटाले भी हुए हैं लेकिन हमें इसपर ध्यान देना होगा।

इस दौरान उन्होंने देश में जारी कई प्रदर्शनों के मसले पर अपनी बात रखी। योगगुरु ने कहा कि जो भी प्रदर्शन के दौरान आजादी के नारे लगा रहे हैं, वो पूरी तरह से गलत है। ये देश हर किसी का है। नागरिकता संशोधन एक्ट को लेकर देशभर में हो रहे विरोध प्रदर्शन को लेकर भी बाबा रामदेव ने अपने विचार रखे। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री और गृह मंत्री कई बार यह बात कह चुके है कि इससे देश के नागरिकों को कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग अल्पसंख्यकों को गुमराह करने का प्रयास कर रहे हैं। CAA पर जो प्रदर्शन हो रहा है उसमें कुछ राजनीतिक पार्टियों और विदेशियों का हाथ है, ताकि देश में हिंसा जैसा माहौल पैदा हो जाए।

बाबा रामदेव ने कहा कि मलेशिया, इंडोनेशिया जैसे देशों ने भारत को लेकर गलत बयान दिए, इसी वजह से भारत सरकार ने सख्त कार्रवाई की। आज भी देश में 50 हजार करोड़ से अधिक का निवेश विदेशी कंपनियों का है। रामदेव ने कहा कि शिक्षा, व्यापार और संस्कृति के क्षेत्रों में अभी भी हम गुलामी का शिकार हो रहे हैं।

जनसंख्या नियंत्रण के मसले पर उन्होंने कहा कि देश में जनसंख्या नियंत्रण को लेकर कदम बढ़ाने चाहिए क्योंकि जमीन या रिसॉर्स को बढ़ाना तो संभव नहीं है।