भारी बारिश के बाद अयोध्या राम मंदिर की छत से टपक रहा पानी: पुजारी

अयोध्या। उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने सोमवार को बताया कि मंदिर के आम लोगों के लिए खुलने के बाद पहली बार भारी बारिश के बाद गर्भगृह की छत से पानी लीक हो रहा है।

मंदिर के निर्माण में लापरवाही का आरोप लगाते हुए दास ने दावा किया कि शनिवार आधी रात को हुई बारिश के बाद मंदिर परिसर से बारिश के पानी की निकासी की कोई व्यवस्था नहीं की गई थी और मंदिर के अधिकारियों से आवश्यक सुधारात्मक उपाय करने का आग्रह किया।

मंदिर ट्रस्ट के सूत्रों ने बताया कि छत से पानी लीक होने की घटना की जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को दिए जाने के बाद मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा मंदिर पहुंचे और छत की मरम्मत करने और उसे जलरोधी बनाने के निर्देश दिए।

मंदिर निर्माण की प्रगति के बारे में संवाददाताओं से अलग से बात करते हुए मिश्रा ने कहा कि पहली मंजिल पर काम चल रहा है और इस साल जुलाई तक पूरा हो जाएगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि मंदिर का निर्माण दिसंबर तक पूरा हो जाएगा।

आचार्य सत्येंद्र दास ने संवाददाताओं को बताया कि शनिवार आधी रात को हुई पहली भारी बारिश में मंदिर के गर्भगृह की छत से भारी रिसाव हुआ। उन्होंने कहा कि बारिश का पानी उस जगह के ठीक ऊपर की छत से लीक हो रहा था, जहां पुजारी रामलला की मूर्ति के सामने बैठते हैं और जहां लोग वीआईपी दर्शन के लिए आते हैं।

उन्होंने कहा, यह बहुत आश्चर्यजनक है कि देशभर के इंजीनियर राम मंदिर का निर्माण कर रहे हैं। 22 जनवरी को मंदिर का उद्घाटन हुआ। लेकिन, किसी को नहीं पता था कि अगर बारिश हुई तो छत टपकेगी। यह आश्चर्य की बात है कि विश्व प्रसिद्ध मंदिर की छत टपक रही है। ऐसा क्यों हुआ?

उन्होंने कहा, ऐसी घटना इतने बड़े इंजीनियरों की मौजूदगी में हो रही है, जो बहुत गलत है।

इस बीच, शनिवार रात हुई बारिश के कारण रामपथ रोड और उसके आस-पास की गलियों में भयंकर जलभराव हो गया। इलाके के घरों में सीवर का पानी घुस गया, वहीं अयोध्या में रामपथ रोड और दूसरी नई बनी सड़कें कुछ जगहों पर धंस गईं।

स्थानीय लोगों ने बताया कि जलवानपुरा से हनुमानगढ़ी भक्तिपथ तक और टेढ़ी बाजार से लेकर अंदरूनी इलाकों तक जलभराव हो गया।

बारिश के दौरान रामपथ की गलियों में घरों में घुस रहे सीवर के पानी पर प्रतिक्रिया देते हुए अयोध्या के मेयर गिरीश पति त्रिपाठी ने कहा, मैंने सुबह से ही डैमेज कंट्रोल शुरू कर दिया है। मैंने घरों से पानी निकालने के लिए नगर पालिका की कई टीमें तैनात की हैं।

हालाँकि, लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के शीर्ष अधिकारियों से प्रतिक्रिया लेने का प्रयास सफल नहीं हुआ।

इस बीच, कांग्रेस ने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर मंदिर निर्माण और मंदिर नगरी में नागरिक सुविधाओं के निर्माण में भ्रष्टाचार में लिप्त होने का आरोप लगाया।

उत्तर प्रदेश कांग्रेस प्रमुख अजय राय ने सोमवार को एक बयान में आरोप लगाया, शहीदों की अर्थी हो या भगवान का मंदिर, ये सभी भाजपा के लिए भ्रष्टाचार के अवसर बन गए हैं। यहां तक कि देश में आस्था और पवित्रता के प्रतीक भी उनके लिए लूट के अवसर मात्र हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास के बयान से यह स्पष्ट हो गया है कि करोड़ों की लागत से बने राम मंदिर के गर्भगृह में पहली बारिश से ही पानी का रिसाव हो रहा है और जल निकासी की कोई उचित व्यवस्था नहीं है।’’

राय ने कहा, ‘‘यही नहीं, अयोध्या के विकास का ढोल पीटने वाली भाजपा का मुखौटा 624 करोड़ रुपये की लागत से बने रामपथ पर कई जगह सड़क टूटने से उतर गया है।’’

उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने चुनावी लाभ पाने के लिए जल्दबाजी में दोयम दर्जे का निर्माण करवाकर अयोध्या को भ्रष्टाचार का अड्डा बना दिया है। भाजपा ने वहां के लोगों को उचित मुआवजा न देकर उनके साथ अन्याय ही किया है।