29 जुलाई या 5 अगस्त से शुरू हो सकता है अयोध्या में मंदिर निर्माण, मोदी को बुलाने के लिए PMO को भेजी गई तारीख

अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की शनिवार को बैठक हुई। इस बैठक में मंदिर के शिलान्यास की तारीख पर चर्चा हुई। इसके अलावा मंदिर की ऊंचाई और निर्माण की व्यवस्थाओं पर भी चर्चा हुई। ये बैठक अयोध्या सर्किट हाउस में दोपहर तीन बजे शुरू हुई थी। ऐसा बताया जा रहा था कि मंदिर का निर्माण 29 जुलाई या 5 अगस्त से शुरू हो सकता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बुलाने के लिए ये दो तारीखें पीएमओ को भेजी गई हैं। ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्यगोपाल दास प्रधानमंत्री को अयोध्या आने का निमंत्रण पत्र भेज चुके हैं। बैठक में मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्रा भी शामिल रहे। इस बैठक में नृपेंद्र मिश्र के अलावा 12 अन्य सदस्य शामिल हुए। तीन सदस्य वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मौजूद थे। दरअसल, नृपेंद्र मिश्रा के साथ बड़े इंजीनियरों का एक दल अयोध्या में है, जो मंदिर निर्माण की बारीकियों को देखेगा। राम मंदिर का मॉडल तैयार करने वाले चंद्रकांत सोमपुरा के अलावा उनके बेटे निखिल सोमपुरा भी अयोध्या में हैं।

बैठक में 5 मुद्दों पर हुई बातचीत

- मंदिर निर्माण की दो तारीखें 29 जुलाई या 5 अगस्त में एक तय करना।
- प्रधानमंत्री को भूमिपूजन के लिए बुलाना।
- मुख्य गर्भगृह का डिजाइन तय करना।
- 70 एकड़ के परिसर के विस्तार पर सुझाव लेना और 108 एकड़ करने पर सहमति बनाना।
- परिसर में सीता मंदिर के निर्माण पर चर्चा करना।

इकबाल अंसारी ने कहा, मैं प्रधानमंत्री का स्वागत करना चाहता हूं

मणिराम छावनी मठ के महंत कमल नयन दास ने कहा- 'मंदिर निर्माण जल्द शुरू होगा। संतों की मांग है कि प्रधानमंत्री जल्द यहां आकर निर्माण शुरू कराएं। वे पहले ही आने वाले थे पर कोरोना संकट से कार्यक्रम टल गया।'

बैठक के पहले बाबरी मस्जिद के पक्षकार रहे इकबाल अंसारी ने कहा, 'मैं प्रधानमंत्री का अयोध्या में स्वागत करना चाहता हूं। मंदिर निर्माण को लेकर जो संत समाज चाहता है, वही मैं भी चाहता हूं।'

अंसारी के मुताबिक, 'सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर मस्जिद के लिए जो 5 एकड़ भूमि मुस्लिम समाज को दी गई है, उस पर एक अस्पताल और एक स्कूल का निर्माण किया जाए।'

हालांकि अभी तक प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की तरफ से औपचारिक या अनौपचारिक तौर पर पीएम के अयोध्या कार्यक्रम को लेकर कोई बात सामने नहीं आई है। जबकि ट्रस्ट के सदस्य और अयोध्या के संत लगातार पीएम मोदी से अयोध्या आने को लेकर आग्रह कर रहे हैं। माना जा रहा है कि अगस्त में अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का काम शुरू हो सकता है।

राम मंदिर के साथ राष्ट्र मंदिर बनेगा: चौपाल

ट्रस्ट के सदस्य कामेश्वर चौपाल ने कहा- पीएम के द्वारा अगर मंदिर के गर्भगृह का पूजन और मंदिर निर्माण का शुभारंभ होता है तो यह सबसे अच्छा है। शिलापूजन सिंहद्वार के शिलान्यास के साथ हो चुका है। अब गर्भगृह का पूजन होना है। कोरोना को देखते हुए ट्रस्ट ने इसके भूमिपूजन कार्यक्रम को टाल दिया था। देश के सामने जो संकट है सबसे पहले उसका मुकाबला करना है। चौपाल ने कहा कि राम मंदिर के साथ राष्ट्र मंदिर भी बनेगा, जिसका शुभारंभ मोदी करेंगे।

CM योगी ने लिया जायजा

बता दे, एक दिन पहले ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या धाम के विकास के लिए कराए जाने वाले कार्यों का जायजा लिया। इस दौरान सीएम ने कहा कि अयोध्या नगरी ने आने वालों को कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अयोध्या नगरी के विकास के सभी काम योजना बनाकर चरणबद्ध तरीके से किए जाएं। यातायात की व्यवस्था सुगम हो, इसके लिए सड़कों का चौड़ीकरण कराया जाए।