6 अप्रैल को अयोध्या में होगा रामलला का सूर्य की किरणों से तिलक, 28 मार्च को होगा वैज्ञानिक ट्रायल

रामनगरी अयोध्या में रामनवमी के पर्व को दिव्य और भव्य तरीके से मनाने की तैयारियां जोरों पर हैं। 6 अप्रैल को रामनवमी के शुभ अवसर पर भगवान श्रीराम का सूर्य की किरणों से तिलक किया जाएगा। यह अद्भुत आयोजन दोपहर 12 बजे होगा, जिसके लिए CBRI रुड़की से वैज्ञानिकों की एक टीम भी अयोध्या पहुंच चुकी है।

पूरी रामनगरी को भव्य रूप से सजाने का कार्य तेजी से जारी है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए अस्थायी कैनोपी लगाई जा रही है, दर्शन पथ पर मैट बिछाई जा रही है और 50 से अधिक पंखे व कूलर की व्यवस्था की जा रही है। पीने के पानी की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है ताकि भक्तों को गर्मी में कोई असुविधा न हो।

श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डॉ. अनिल मिश्रा ने बताया कि राम जन्मभूमि परिसर में विशेष सजावट की जा रही है। दर्शन पथ से लेकर राम मंदिर तक लाइटिंग की भव्य व्यवस्था होगी। दीयों के बीच इलेक्ट्रिक लाइटों की जगमगाहट से पूरा मंदिर प्रांगण आलोकित होगा।

श्रद्धालुओं की सुविधाओं को बढ़ाने के लिए श्री राम जन्मभूमि पथ पर मैटिंग बिछाई जा रही है। पूरे पथ पर लगभग 200 जल टोटियां लगाई जा रही हैं और जगह-जगह कूलर भी स्थापित किए जाएंगे। राम जन्मभूमि परिसर और प्रवेश द्वार को आकर्षक रोशनी और भव्य सजावट से सुसज्जित किया जा रहा है, जिससे यह आयोजन ऐतिहासिक और अविस्मरणीय बने।

रामलला के सूर्य तिलक का होगा लाइव प्रसारण

रामजन्मोत्सव की भव्य तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। 6 अप्रैल को रामलला के सूर्य तिलक का दिव्य आयोजन होगा, जिसका सीधा प्रसारण भी किया जाएगा। प्रातः दर्शन शुरू होने के बाद सुबह 9:30 बजे से प्रभु का अभिषेक प्रारंभ होगा, जो 10:30 बजे तक चलेगा। इसके बाद कुछ देर के लिए पट बंद कर दिए जाएंगे और 11:50 बजे तक भगवान का विशेष श्रृंगार किया जाएगा।

देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालु इस अद्भुत दृश्य का साक्षी बन सकेंगे। 12 बजे भगवान श्रीराम का जन्मोत्सव मनाया जाएगा और सूर्य की किरणों से चार मिनट तक तिलक किया जाएगा। इस पावन अवसर पर भगवान के लिए भव्य फूल बंगला भी सजाया जाएगा।

श्रद्धालुओं के लिए विशेष सुविधा के तहत सूचना विभाग द्वारा एलईडी वाहनों से भी इस आयोजन का लाइव प्रसारण किया जाएगा, जिससे भक्त जहां भी होंगे, वहीं से इस दिव्य क्षण का आनंद ले सकेंगे। अंगद टीला परिसर में नि:शुल्क भोग प्रसाद वितरित किया जाएगा।

डॉ. अनिल मिश्रा ने बताया कि भक्तों की सुविधा के लिए तैयारियां जोरों पर हैं। रामजन्मोत्सव के अवसर पर मंदिर में प्रतिदिन वाल्मीकि रामायण और रामचरित मानस का पाठ किया जाएगा। यज्ञशाला में विशेष अनुष्ठान होंगे, और अंगद टीला परिसर में अतुल कृष्ण भारद्वाज द्वारा रामकथा का आयोजन किया जाएगा।

28 मार्च को सूर्य तिलक के लिए वैज्ञानिक करेंगे ट्रायल

श्री राम जन्मोत्सव की दिव्यता को और भी खास बनाने के लिए 6 अप्रैल को दोपहर 12:00 बजे रामलला की प्रकट्य आरती के दौरान सूर्य की किरणों से उनके मस्तक का तिलक किया जाएगा। इस अद्भुत क्षण की सटीकता सुनिश्चित करने के लिए CBRI रुड़की के वैज्ञानिक राम मंदिर परिसर में पहुंच चुके हैं। इस प्रक्रिया के तहत 28 मार्च को उपकरणों की स्थापना के बाद ट्रस्ट की उपस्थिति में सूर्य की किरणों का ट्रायल किया जाएगा।

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डॉ. अनिल मिश्रा ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि जन्मोत्सव के दौरान भक्तगण अपने स्थान—मठ, मंदिर या अन्य धार्मिक स्थलों—पर लगे एलईडी स्क्रीन या टेलीविजन के माध्यम से दोपहर 12:00 बजे होने वाले इस भव्य आयोजन का सजीव दर्शन करें।