रामलला प्राण प्रतिष्ठा से पहले किया जा रहा है अयोध्या रेलवे स्टेशन का पुनरोद्धार

अयोध्या। अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर में 22 जनवरी को होने वाले रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए युद्ध स्तर पर तैयारियां चल रही हैं। समारोह से पहले शहर में रेलवे स्टेशन का पुनरोद्धार किया जा रहा है। इसका आर्किटेक्चर भी श्रीराम जन्मभूमि से प्रेरित है। जिसके लिए स्टेशन पर प्लेटफॉर्म का सौंदर्यीकरण किया जा रहा है, नए साइनबोर्ड, एस्केलेटर और लिफ्ट लगाए जा रहे हैं, साथ ही दीवारों पर भगवान राम के चित्र बनाए जा रहे हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस सप्ताह के अंत में पुनर्निर्मित अयोध्या रेलवे स्टेशन का उद्घाटन करने वाले हैं। स्टेशन के विकास के बारे में जिला मजिस्ट्रेट नितीश कुमार ने पत्रकारों को बताया, “हम यह ध्यान रख रहे हैं कि नया रेलवे स्टेशन भव्य राम मंदिर के तर्ज पर हो और इस स्टेशन से अयोध्या का ऐतिहासिक और पौराणिक महत्व निखर कर सामने आए। इसलिए इस स्टेशन के बाहर का स्वरूप मंदिर के जैसा ही रखा गया है।”

दो फेज में किया जाएगा अयोध्या रेलवे स्टेशन का सौंदर्यीकरण

जिला मजिस्ट्रेट ने आगे बताया, “स्टेशन के अंदर का स्ट्रक्चर भी सुंदर बनाया जा रहा है। इसमें एक बार में 50 से 60 हजार लोगों के ठहरने की क्षमता है। ये सिर्फ फेज 1 में किए गए काम हैं। यहां पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु आने वाले हैं उसे देखते हुए भी काम चलेगा। अभी फेज 2 के काम के लिए भी प्लानिंग की जा रही है।”

30 दिसंबर को अयोध्या पहुंचेंगे पीएम मोदी

प्रधानमंत्री मोदी अगले महीने होने वाले अभिषेक समारोह से पहले 30 दिसंबर को अयोध्या पहुंचेंगे। नया रेलवे स्टेशन जहां यात्रियों और आगंतुकों के लिए नए जमाने की सुविधाओं से सुसज्जित है, वहीं इस पर हिंदू पौराणिक कथाओं का भी प्रभाव होगा। अयोध्या घूमने आए पर्यटकों का कहना है कि, “हम यहां पहली बार आए हैं। ऐसा लगता है कि हम किसी रेलवे स्टेशन पर नहीं, बल्कि किसी एयर पोर्ट पर आए हैं। इस स्टेशन पर न केवल आधुनिक सुविधाएं हैं बल्कि हिंदू पौराणिक कथाओं का भी स्पर्श है।”

पुनर्विकास दो चरणों में किया जा रहा है। पहला चरण जो लगभग पूरा होने वाला है उसमें प्लेटफ़ॉर्म का सौंदर्यीकरण किया जाएगा। दूसरे चरण में टॉयलेट, शयनगृह, टिकटिंग और सर्कुलेटिंग क्षेत्रों सहित नए स्टेशन भवन का निर्माण किया जाएगा। अयोध्या के जिला मजिस्ट्रेट, नीतीश कुमार ने कहा कि रेलवे स्टेशन की संचलन क्षमता लगभग 50,000-60,000 लोगों की है और दूसरे चरण पर काम जल्द ही शुरू होगा।