अयोध्या में अनुष्ठान, प्रियंका बोलीं- भूमि पूजन कार्यक्रम राष्ट्रीय एकता और बंधुत्व का अवसर बने

24 घंटे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भूमि पूजन करेंगे, जिसके बाद राम मंदिर का निर्माण कार्य तेज़ी से प्रारंभ होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वागत की तैयारी पूरी कर ली गई है। पीएम मोदी सबसे पहले हनुमान गढ़ी पहुंचेंगे और यहां हनुमानजी का दर्शन करेंगे। हनुमान गढ़ी में पीएम मोदी का स्वागत साफा, मुकुट और गदा से होगा। योगगुरु रामदेव भी अयोध्या के लिए रवाना हो गए हैं। रामदेव ने एक वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा कि श्रीराम की जन्मभूमि अयोध्या के लिये हम प्रस्थान कर रहे हैं और हमें सौभाग्य मिला है की हमारी आंखों के सामने, हमें दिव्य भव्य राममंदिर के शिलान्यास में सम्मिलित होने का यह अवसर मिला है।

अयोध्या के चप्पे-चप्पे को सजा दिया गया है, सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए चल रहे तीन दिन के अनुष्ठान का आज दूसरा दिन है। इस बीच, कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया, 'सरलता, साहस, संयम, त्याग, दीनबंधु राम नाम का सार है। राम सब में हैं, राम सबके साथ हैं। भूमिपूजन का कार्यक्रम राष्ट्रीय एकता, बंधुत्व और सांस्कृतिक समागम का अवसर बने।'

सरलता, साहस, संयम, त्याग, वचनवद्धता, दीनबंधु राम नाम का सार है। राम सबमें हैं, राम सबके साथ हैं।

भगवान राम और माता सीता के संदेश और उनकी कृपा के साथ रामलला के मंदिर के भूमिपूजन का कार्यक्रम राष्ट्रीय एकता, बंधुत्व और सांस्कृतिक समागम का अवसर बने।

उधर, कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि मैं राम मंदिर निर्माण के कार्यक्रम के 24 घंटे पहले कोई राजनीतिक बयान देना नहीं चाहता। लेकिन यह कहना चाहता हूं कि राजनीति का धर्म होना चाहिए, धर्म की राजनीति नहीं। यही राम की मर्यादा है।

उधर, राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने बयान जारी किया कि लोग राम मंदिर का सांस्कृतिक एकता, राष्ट्रीय एकता और अखंडता, वसुधैव कुटुंबकम की दृष्टि से अनुभव करेंगे। हमारा राम जन्मभूमि पर राम मंदिर बनाने का सपना और प्रतिबद्धता पूरी हो रही है। मैं भारत के वर्तमान प्रधानमंत्री को विशेष रूप से बधाई देता हूं।