चमकी बुखार पर समीक्षा बैठक में बिहार के स्वास्थ्य मंत्री का असंवेदनशील रवैया, पूछा- कितने विकेट हुए?

बिहार में चमकी बुखार यानी एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (AES) से अबतक 105 बच्चों की मौत हो गई है। राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर नीतीश सरकार पर सवाल खड़े हो रहे हैं। चमकी बुखार के रोकथाम को लेकर अब तक जो भी प्रयास किए जा रहे हैं वो स्थिति को देखते हुए नाकाम साबित हो रहे हैं। चमकी बुखार से पीड़ित ज्यादातर मरीज मुजफ्फरपुर के सरकारी श्रीकृष्णा मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल और केजरीवाल अस्पताल में एडमिट हैं। इस गंभीर मामले पर राज्य के स्वास्थ्य मंत्री और बीजेपी नेता मंगल पांडे का असंवेदनशील रवैया सामने आया है। चमकी बुखार पर समीक्षा बैठक के दौरान स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे गंभीर नहीं दिखे। राज्य में बुखार से सैकड़ों मौतों के बाद भी वह अधिकारियों से मैच का स्कोर पूछते रहे।

केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन के साथ समीक्षा बैठक कर रहे थे मंगल पांडे

बिहार के स्वास्थ्य मंत्री और बीजेपी नेता मंगल पांडे केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन और राज्यमंत्री अश्विनी चौबे के साथ समीक्षा बैठक कर रहे थे, उसी वक्त भारत और पाकिस्तान का क्रिकेट मैच भी चल रहा था। तभी स्वास्थ्य मंत्री का क्रिकेट प्रेम जाग गया और वह वहां मौजूद लोगों से मैच का स्कोर पूछते रहे। मंत्री ने पूछा कि अब तक कितने विकेट हुए? जिसके जवाब में किसी ने कहा 4 विकेट।

मंगल पांडे के इस्तीफे की मांग

आरजेडी, कांग्रेस, एचएएम और लेफ्ट पार्टियों ने गंभीर समस्या के दौरान असंवेदनशीलता दिखाने पर मंत्री के इस्तीफे की मांग की है। आईएएनएस के मुताबिक आरजेडी नेता राम चंद्र पूर्वे ने कहा, 'जिस दौरान हर्षवर्धन मीडिया को इस समस्या के बारे में बता रहे थे उस समय मंगल पांडे को क्रिकेट स्कोर जानने में दिलचस्पी थी।' एचएएम के प्रवक्ता दानिश रिजवान ने कहा, 'राज्य के स्वास्थ्य मंत्री की प्राथमिकता बच्चों की मौत की बजाय क्रिकेट थी।' कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने भी ट्विटर पर इसी तरह की प्राथमिकता व्यक्त की। उन्होंने लिखा 'बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे जी बच्चों की मृत्यु से ज्यादा क्रिकेट स्कोर को लेकर चिंतित नजर आ रहे है। सरकार को पता होना चाहिए कि अब तक 126 बच्चों की जान गई है।' मंत्री जी का ऑडियो वायरल होने के बाद लोगों में गुस्सा है और जब स्वास्थ्य मंत्री जी औरंगाबाद पहुंचे तो लोगों ने उन्हें काले झंडे दिखाए और उनके खिलाफ वापस जाओ के नारे भी लगाए।

मंगल पांडे का क्रिकेट को लेकर ये विवाद तब सामने आया है जब राज्य स्वास्थ्य मंत्री अश्वनी चौबे पहले ही एक फोटो को लेकर आलोचना का सामना कर रहे हैं। इस फोटो में वह बच्चों की मौत मामले में हुई एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सोते हुए दिख रहे हैं। हालांकि उन्होंने दावा किया था कि वह सो नहीं रहे थे बल्कि गहरी सोच में थे।

मुख्यमंत्री ने बुलाई उच्चस्तरीय बैठक

इससे पहले बिहार में महामारी की तरह फैल रहे चमकी बुखार को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को उच्चस्तरीय बैठक की। जिसके बाद मुख्य सचिव दीपक कुमार ने बताया, सरकार ने फैसला किया है कि उनकी टीम हर उस घर में जाएगी जिस घर में इस बीमारी से बच्चों की मौत हुई है, टीम बीमारी के बैक ग्राउंड को जानने की कोशिश करेगी, क्योंकि सरकार अब तक यह पता नहीं कर पाई है कि आखिर इस बीमारी की वजह क्या है। कई विशेषज्ञ इसकी वजह लीची वायरस बता रहे हैं, लेकिन कई ऐसे पीड़ित भी हैं, जिन्होंने लीची नहीं खाई।

मानवाधिकार आयोग ने मांगी रिपोर्ट

राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने मुजफ्फरपुर जिले में इंसेफेलाइटिस वायरस की वजह से बच्चों की मौत की बढ़ती संख्या पर सोमवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और बिहार सरकार से रिपोर्ट दाखिल करने के लिए एक नोटिस जारी किया है। मानवधिकार आयोग ने कहा कि सोमवार को बिहार में एईएस से मरने वाले बच्चों की संख्या बढ़कर 100 से ज्यादा हो गई है और राज्य के अन्य जिले भी इससे प्रभावित हैं। इसके साथ ही आयोग ने इंसेफेलाइटिस वायरस और चमकी बुखार की रोकथाम के लिए उठाए गए कदमों की स्टेटस रिपोर्ट भी मांगी है। मानवधिकार आयोग ने चार हफ्तों में जवाब मांगा है।