उत्तर से लेकर दक्षिण भारत तक रविवार को आई तेज आंधी, बारिश और बिजली गिरने से 50 लोगों की मौत हो गई। तूफान के कारण कई राज्यों में भारी नुकसान हुआ है। दिल्ली और आस-पास के इलाकों में 109 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से चली धूल भरी आंधी और तेज हवाओं के चलते दो लोगों की मौत हो गई और 19 लोग घायल हो गए। इसके चलते विमान, रेल और मेट्रो पर काफी असर पड़ा। इसके चलते राजधानी दिन में ही अंधेरे में डूब गई। इसमें बड़ी संख्या में उड़ानें प्रभावित हुईं। रेल, मेट्रो और सड़क यातायात पर भी असर पड़ा।
70 फ्लाइट्स डायवर्टइंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) से जुड़े सूत्रों ने बताया कि विमानों आवाजाही करीब ढाई घंटे तक रुकी रही। तकरीबन 70 उड़ानों का अन्य जगहों के लिए डायवर्ट किया गया। उन्होंने बताया कि स्थिति रात करीब नौ बजे सामान्य हुई।
सूत्रों ने बताया कि काठमांडू, रियाद, कोलंबो, जेद्दा, काबुल के लिए उड़ानों में देरी हुई, जबकि टोक्यो, नेवार्क और कोलंबो से आने वाली फ्लाइट्स को डायवर्ट किया गया।
दिल्ली में शाम साढ़े 4 बजे आई आंधी में 250 से ज्यादा जगह पेड़ और 75 बिजली के खंभे गिर गए, जबकि 60 जगह दीवारें-छत गिरने की घटनाएं हुईं। राजधानी में अलग-अलग घटनाओं में दो लोगों की मौत हो गई, जबकि 20 घायल हो गए। वहीं, यूपी में 26 लोगों के मारे जाने और 28 के घायल होने की सूचना है। हरियाणा के झज्जर में एक व्यक्ति की मौत हो गई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जताया दुखप्रधानमंत्री ने आंधी में लोगों की मौत पर दुख प्रकट किया है वहीं उन्होंने अधिकारियों को प्रभावित लोगों की हर संभव मदद मुहैया कराने का निर्देश दिया है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि देश के कुछ हिस्सों में आंधी के चलते लोगों की मौत की सूचना से दुखी हूं। शोक संतप्त परिजन को मेरी संवेदनाएं। घायलों के जल्द स्वस्थ होने की ईश्वर से प्रार्थना करता हूं।
बता दें कि रविवार को दिल्ली समेत उत्तर भारत में कई जगहों पर आयी भयंकर आंधी के चलते बड़ी संख्या में पेड़ गिर गये जिससे सड़क, रेल एवं वायु सेवाएं प्रभावित हुईं। मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा , चंडिगढ़, मध्य प्रदेश , झारखंड , असम , मेघालय , महाराष्ट्र , कर्नाटक , केरल और तमिलनाडु में छिटपुट स्थानों पर भी बारीश हुई।