अनुच्छेद 370 : BJP ने अपना चुनावी वादा पूरा किया लेकिन संविधान को नहीं माना: ओवैसी

लोकसभा में अनुच्छेद 370 पर चर्चा के दौरान बिल का विरोध करते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने कहा यह इतिहास की तीसरी बड़ी गलती है। बीजेपी ने अपना चुनावी वादा जरूर पूरा किया है लेकिन संवैधानिक जिम्मेदारी नहीं निभाई है। ओवैसी ने कहा कि यह बिल अनुच्छेद 3 का उल्लंघन करता है और संघीय ढांचे पर करारा प्रहार है। उन्होंने कहा कि क्या सरकार लोगों को इंप्लांट करने जा रही है। ओवैसी ने कहा कि सरकार का कहना है कि यह अस्थाई प्रावधान है लेकिन कोर्ट इसे अस्थाई नहीं बल्कि विशेष दर्जा बता चुका है। नाजियों से प्रेरणा लेकर बीजेपी यह कदम उठाने जा रही है। कश्मीर की जनता अपने लोकतांत्रिक अधिकारों के लिए लंबे वक्त से लड़ रहे हैं। पूर्वोत्तर में नागा के लोगों को आप तेल और गैस देने के लिए तैयार हैं, उनसे बातचीत के लिए तैयार हैं जबकि वह हथियार उठाए हुए हैं। सरकार बताए कि कब ओवैसी हिमालच में जमीन खरीद सकेगा। अगर सरकार इसे दिवाली बता रही है तो कश्मीरियों को घर से निकलकर जश्म क्यों नहीं मनाने दे रही है। क्यों लोगों को जेल में बंद रखा गया है।

टीडीपी ने किया बिल का समर्थन

टीडीपी ने जम्मू कश्मीर पुनर्गठन बिल का समर्थन किया है। पार्टी के सांसद जयदेव गल्ला ने कहा कि धारा 370 एक अस्थाई प्रावधान था और इसे जम्मू कश्मीर की जनता के हित के लिए हटना सही फैसला है। उन्होंने कहा कि इसकी वजह से पहले ही कश्मीर को काफी नुकसान हो चुका है और देश के कानून वहां लागू नहीं होते थे अब इस क्षेत्र के लिए नई शुरूआत होने जा रही है। गल्ला ने कहा कि जम्मू कश्मीर में जल्द हालात सामन्य होने चाहिए और वहां के लोग शांति से रहें, ऐसे इंतजाम होना चाहिए।

मैं अपनी मर्जी से घर में क्यों रहूंगा, जबकि मेरा राज्य जल रहा है, अनुच्छेद 370 को लेकर कोर्ट जाएंगे : फारूक अब्दुल्ला

वही जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के सरकार के फैसले से नाराज नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने मीडिया से कहा कि हम शांतिपूर्ण समाधान चाहते हैं। मेरा देश सेक्युलर और लोकतांत्रिक है, हम अनुच्छेद 370 को चुनौती देंगे। हम पत्थरबाज या ग्रेनेड फेंकने वाले नहीं हैं। ये हमारी हत्या करना चाहते हैं। हम शांति में विश्वास रखते हैं और हम शांति से अपनी लड़ाई लड़ेंगे। फारूक अब्दुल्ला ने यह भी कहा कि मैं अपनी मर्जी से घर में क्यों रहूंगा, जबकि मेरा राज्य जल रहा है। लोगों को जेल में डाला जा रहा है। यह वह भारत नहीं है, जिसमें मैं विश्वास करता हूं। फारूक ने कहा कि गृहमंत्री सदन में झूठ बोल रहे हैं, मुझे नजरबंद किया गया। अमित शाह ने लोकसभा में कहा कि फारूक अब्दुल्ला को नजरबंद या गिरफ्तार नहीं किया गया है। अमित शाह ने कहा मैंने तीन बार स्पष्ट किया है, फारूक अब्दुल्ला जी अपने घर पर हैं, वह नजरबंद नहीं हैं। उनकी सेहत ठीक है, मौज-मस्ती में हैं, अनको नहीं आना है तो बंदूक कनपट्टी पर रखकर हम नहीं ला सकते हैं। अब्दुल्ला ने कहा, ''जैसे ही गेट खुलेगा और हमारे लोग बाहर होंगे, हम लड़ेंगे, हम कोर्ट जाएंगे। हम बंदूक चलाने वाले, ग्रेनेड फेंकने वाले, पत्थर फेंकने वाले नहीं हैं, हम शांति में विश्वास करते हैं। वे हमारी हत्या करना चाहते हैं। मेरा बेटा (उमर अब्दुल्ला) जेल में है।''